भारतीय रेलवे ने ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए व्हाट्सएप द्वारा भोजन ऑर्डर करने के लिए एक नई सेवा शुरु की है। भारतीय रेलवे के पीएसयू, IRCTC ने रेल यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग सेवाओं के माध्यम से खाना ऑर्डर करने के लिए व्हाट्सएप संचार शुरू किया है। इसके साथ ही IRCTC ने यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग सेवाओं के सभी प्रश्नों को हैंडल करने और उनके लिए भोजन बुक करने के लिए AI पावर चैटबॉट शुरु किया है। इससे यात्रियों को उनके मन पसंद भोजन सही समय पर मिलेगा। इस लेख में जानिए रेल यात्रा के दौरान भोजन ऑर्डर करने का तरीका…
व्हाट्सएप नंबर से आर्डर करें खाना
भारतीय रेलवे यात्रियों के सफर को सुलभ और आसान बनाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। इसी कड़ी में IRCTC ने सफर के दौरान ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने के लिए एक व्हाट्सएप नंबर जारी कर दिया है। यात्रा के दौरान 91-8750001323 नंबर पर मैसेज या फोन करके यात्री ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। IRCTC के मुताबिक फिलहाल ये सुविधा अभी कुछ चुनिंदा ट्रेनों और यात्रियों के लिए लागू की जाएगी।
एक दिन में लगभग 50000 भोजन परोसे जा रहे
वर्तमान में आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग सेवाओं के माध्यम से ग्राहकों को एक दिन में लगभग 50000 भोजन परोसे जा रहे हैं। जोकि इस वेबसाइट के साथ-साथ ऐप के माध्यम से सक्षम हैं। इसके साथ ही यात्री आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग वेबसाइट के माध्यम से सीधे स्टेशनों पर उपलब्ध अपनी पसंद के रेस्तरां से ऐप डाउनलोड किए बिना ही अपनी पसंद का भोजन बुक कर सकेंगे। भारतीय रेलवे के पीएसयू IRCTC ने एक विशेष रूप से विकसित वेबसाइट www.catering.irctc.co.in के साथ-साथ अपने ई-कैटरिंग ऐप फूड ऑन ट्रैक के माध्यम से ई-केटरिंग सेवाएं शुरू की हैं ।
दो चरणों में लागू होगी IRCTC की योजना
IRCTC ने व्हाट्सएप संचार के माध्यम से ई-खानपान सेवाओं के कार्यान्वयन के दो चरणों की योजना बनाई गई थी। पहले चरण में -बिजनेस व्हाट्सएप नंबर लिंक www.ecatering.irctc.co.in पर क्लिक करके ई-केटरिंग सेवाओं को चुनने के लिए ई-टिकट बुक करने वाले ग्राहक को एक संदेश भेजेगा । जबकि दूसरे चरण में व्हाट्सएप नंबर ग्राहक के लिए एक इंटरैक्टिव दो तरफा संचार मंच बनने में सक्षम होगा। जिसमें एआई पावर चैटबॉट यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग सेवाओं के सभी प्रश्नों को संभालेगा और उनके लिए भोजन भी बुक करेगा ।
बता दें कि यात्रियों के सफर को आसान बनाने के लिए ग्राहकों के फीडबैक और सुझावों के आधार पर इस सुविधा को अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा ।