बता दें कि रेवाड़ी जिले के रेवाड़ी-नारनौल नेशनल हाइवे नंबर 11 पर स्थित भालखी माजरा गाँव की करीबन 210 एकड़ जमीन पर देश के 22 वें एम्स को बनाया जायेगा। फिलहाल एम्स की जमीन पर चारदीवारी का काम चल रहा है। पिछले दिनों 1231 करोड़ का एक टेंडर एल एंड टी कंपनी को दिया गया था। Rewari AIIMS का शिलान्यास होते ही ये कंपनी निर्माण का कार्य शुरू कर देगी।
पिछले दिनों केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने Majra AIIMS की साइट का का जायजा लिया था। उन्होने बताया था कि यह 750 बैड का अस्पताल होगा। निर्माण प्रकिया शुरू होने के साथ-साथ ही एम्स की ओपीडी भी शुरू कर दी जायेगी। ऐसे में ये देखना होगा कि एम्स की ओपीडी कब तक शुरू होगी और कहाँ पर ओपीडी शुरू की जायेगी।
रेवाड़ी के माजरा एम्स मेडिकल कॉलेज , नर्सिंग कॉलेज सहित आईसीयू स्पेशलिस्ट व सुपर स्पेशलिस्ट सहित करीब 1500 व्यक्तियों को प्रतिदिन ओपीडी में देखने की सुविधाएं होंगी। इसके अलावा प्राइवेट वार्ड , ट्रामा बेड व आयुष बेड की सुविधाएं भी कैंपस में मिलेंगे। कैंपस में नाइट शेल्टर, गेस्ट हाउस 1000 सीटों का ऑडिटोरियम , हॉस्टल व रेजिडेंसल सुविधाएं भी बनाई जाएंगी। इस एम्स में स्वास्थ्य सुविधाओं के बढ़ोतरी के साथ मेडिकल एजुकेशन , नर्सिंग और स्वास्थ्य संबंधित रिसर्च अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलेगा।
लंबे इंतजार के बाद Rewari AIIMS का शिलान्यास होने जा रहा है तो यहाँ आपके जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2015 में पहली बार मुख्यमंत्री ने रेवाड़ी के मनेठी में एस्म की घोषणा की। 2018 तक भी कोई काम नहीं हुआ तो एम्स बनाओ संघर्ष समिति का गठन हुआ और लोगों ने बड़ा आंदोलन किया। जिसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री ने रेवाड़ी एम्स घोषणा की। लोकसभा चुनाव के बाद पता चला कि फॉरेस्ट एडवायजरी कमेटी ने उक्त जमीन पर निर्माण की रोक लगा दी।
जिसके बाद विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा सरकार ने कहा कि जमीन उपलब्ध करा दो, वे एम्स बनवा देंगे। लोगों ने निर्धारित रेट पर सरकार को जमीन उपलब्ध कराई और उसके बाद से ये कहा जा रहा था कि एम्स का निर्माण जल्द शुरू होगा। लेकिन निर्माण शुरू नहीं हुआ तो एम्स बनाओ संघर्ष समिति ने दौबारा संघर्ष शुरू किया और विपक्ष भी एम्स में देरी पर सवाल खड़े करके सरकार की मनसा पर लगातार सरकार पर निशाना साधा रहा था।
बहराल लंबे इंतजार के बाद अब ये फाइनल बताया गया है कि 16 फरवरी को Rewari AIIMS का शिलान्यास कर दिया जायेगा। दक्षिण हरियाणा सहित राजस्थान के हरियाणा से सटे इलाके के लिए रेवाड़ी एम्स महत्वकांशी परियोजना है। एम्स निर्माण के बाद इस क्षेत्र को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने के साथ-साथ आर्थिक तौर पर भी मजबूती मिलेगी।