Rewari AIIMS की तरह रेवाड़ी रैपिड रेल का भी इलाके के लोगों को बेसब्री से इंतजार है। लेकिन यहाँ रेवाड़ी के लोगों को तब मायूसी हुई तब पता चला कि पहले चरण में रैपिड रेल का रूट कम करके धारुहेड़ा तक ही कर दिया गया रेपिड रेल का रूट पहले चरण में धारुहेड़ा तक करने से इलाके के लोगों में रोष है।
रैपिड रेल का पहले चरण में ही बावल तक विस्तार करने की मांग को लेकर आज रेवाड़ी के कसौला चौक स्थित अतिथि पैलेस में रेवाड़ी के विभिन्न संगठन एकजुट हुये। इस मौके पर हरियाणा पर्यटन निगम चेयरमैन अरविंद यादव के आश्वसन दिलाया कि वे रैपिड रेल ( Delhi-Rewari-Alwar Metro ) का पहले चरण का कार्य बावल तक ही करवायेंगें । वहीं कोसली विधायक लक्ष्मण यादव और रेवाड़ी के पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास ने कहा कि वे इस बारे में मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे।
जानकारी के मुताबिक RRTS ( Delhi-Rewari-Alwar Metro ) प्रोजेक्ट का पहले चरण का कार्य बावल तक होना प्रस्तावित था। जो प्रोजेक्ट वर्ष 2009 के आसपास मंजूर हुआ था। लंबे समय से ये इंतजार था कि जल्द रैपिड रेल का काम शुरू होगा, लेकिन लंबे इंतजार के बाद अब पता चला कि पहले चरण में इस प्रोजेक्ट के तहत रैपिड रेल के रूट को धारुहेड़ा तक ही कर दिया गया है।
रैपिड रेल को लेकर आज हुई बैठक में सभी ने कहा ये प्रोजेक्ट धारुहेड़ा तक कर दिया गया इसके पिछे हम सबका दोष है क्योंकि हमने पैरवी नहीं की। इलाके के लोग जागरूक होते तो इस माँग पर पहले ही एकजुट हो जाते।
समाजसेवी एवं क्षेत्र के बड़े उद्योगपति त्रिलोकचंद शर्मा ने कहा कि जिस हिसाब से रेवाड़ी आगे बढ़ रहा है। उस हिसाब से मेट्रो रेवाड़ी के लिए बेहद जरूरी है। जिस तरह रेवाड़ी एम्स इलाके के लिए बड़ी परियोजना है। उससे कहीं बढ़कर रैपिड मेट्रो परियोजना है। इसलिए सरकार को इलाके की माँग को सुनना चाहिए। इलाके की माँग को सरकार तक पहुंचाने के लिए अब आगे गुरुग्राम से बावल के बीच वे एक अभियान भी चलायेंगे।