कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल कम करने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा लगभग एक लाख एकड़ भूमि पर स्प्रे करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना के तहत सरकार किसानों को आधी कीमत पर नैनो तरल यूरिया ( nano urea liquid) प्रदान करेगी। इसका लाभ लेने हेतू सभी जिलो के किसान 15 फरवरी, 2024 तक पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि भिवानी, फतेहाबाद, हिसार, करनाल व सिरसा में 7000-7000 एकड़ भूमि पर नैनो यूरिया स्प्रे किया जाएगा। इसी प्रकार कुरूक्षेत्र, जीन्द व कैथल में 6000-6000 एकड़ तथा सोनीपत व यमुनानगर में 5000- 5000 एकड़ भूमि और अम्बाला, पानीपत, महेन्द्रगढ, रेवाड़ी, रोहतक व पलवल में किसानों की 4000-4000 एकड़ भूमि पर स्प्रे का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेवात व झज्जर में 3000-3000 एकड़, चरखी दादरी, फरीदाबाद व गुरूग्राम में 2000-2000 एकड़ तथा पंचकूला में 1000 एकड़ भूमि पर नैनो यूरिया स्प्रे छिडकाव का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस स्कीम के तहत किसानों को नैनो यूरिया ( nano urea liquid) की बोतल केवल 100 रुपये में प्रदान की जाएगी तथा शेष खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इसके साथ ही खेत में ड्रोन व अन्य माध्यम से छिडक़ाव का प्रबंध भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रसायनिक उर्वरकों के ज्यादा प्रयोग से मिट्टी की उर्वरकता में गिरावट आती है। फसलों व सब्जियों में रासायनिक उर्वरकों का अधिक प्रभाव आता है नाइट्रोजन युक्त उर्वरक मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को कम करते हैं।
उन्होंने बताया कि यह सरकार की किसानों के लिए बेहतरीन योजना है। इसमें किसानों से बहुत कम राशि लेकर इसका लाभ दिया जा रहा है। नैनो यूरिया स्प्रे नाइट्रोजन ऑक्साइड तथा अन्य वायुमंडलीय गैसों के साथ मिलकर में उर्वरता बढ़ाने में योगदान करते हैं, इससे वायु प्रदूषण भी कम होता है। उन्होंने बताया कि इसके लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा https://fasal.haryana.gov.in/ पोर्टल के पंजीकरण विवरण के साथ ही https://agriharyana.gov.in/nanofertilizer पोर्टल पर भी नैनो यूरिया के लिए आवेदन करना होगा।