MSP: बता दें कि जिले में करीबन 71 हजार हेक्टेयर भूमि पर सरसों की पैदावार की गई है। बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि ने सरसों की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया था। बारिश के कारण सरसों में नमी की मात्रा भी बढ़ गई। जिसके कारण किसानों ने आढ़तियों को MSP से काफी कम रेट पर अपनी फसल बेच रहे है। प्राइवेट में किसानों को 4600 से लेकर 5500 किवंटल तक सरसों के दाम मिले है।
अभीतक करीबन 51 हजार किवंटल सरसों किसान आढ़तियों को बेच चुके है। जिसके बाद अब सरसों की सरकारी खरीद शुरू की गई है। हैफेड के अधिकारी ने कहा कि किसान सरसों को सुखाकर मंडी में लाएँ ताकि उन्हे किसी तरह कि दिक्कतों का सामना ना करना पड़ें। hafed केवल उस सरसों को खरीदेगी जिस सरसों में नमी कि मात्रा 8 प्रतिशत से कम हो।