NH-11 : रेवाड़ी – नारनौल हाइवे स्थित कुंड बस स्टैंड पर अशोका होटल के मशहूर पराठे लोगों को खूब भा रहे है। स्थानीय लोगों से लेकर दूर–दूर के लोगों के लिए भी अशोका होटल के पराठे पहली पसंद बने हुये है।
वर्ष 1972 में हुई अशोका होटल की शुरुआत
अशोका होटल की शुरुआत मनेठी निवासी सुल्तान सिंह यादव ने वर्ष 1972 में की थी। बड़े बेटे अशोक के नाम पर अशोका होटल की शुरुआत की गई थी। पहले यहाँ साधारण ढाबा चलाया जाता था। लेकिन वर्ष 1992 के बाद यहाँ केवल पराठे बनाए जा रहे है। जो पराठे लोगों को खूब पसंद आ रहे है।
NH-11 पर कुंड बस स्टैंड पर स्थित है ओल्ड अशोका
रेवाड़ी शहर से नेशनल हाइवे नंबर 11 (NH-11) पर जैसे ही रेवाड़ी से नारनौल की तरफ चलेंगे तो करीबन 20 किलोमीटर दूर कुंड बस स्टैंड पर अशोका होटल चलाया जा रहा है। पहले ये होटल एक था लेकिन बड़े भाई अशोका का देहांत होने के बाद छोटे दोनों भाइयों ने अब अलग –अलग होटल शुरू कर दिया है। ओल्ड अशोका के नाम से चलाये जा रहे होटल को रामकिशन संभालते है। पराठे भी वो खुद तैयार करते है।
दूर- दूर से लोग यहाँ आते है पराठे खाने
लोगों का कहना है कि इन पराठों का स्वाद बहुत अच्छा है। रेवाड़ी ही नहीं बल्कि दिल्ली और राजस्थान के लोग भी यहाँ पराठे खाने के लिए आते है। जिन लोगों को इस रास्ते से निकलना होता है तो वो पराठे के लिए कुंड में जरूर रुकते है। आस-पास के गांव के लोग तो घर पर रिश्तेदार आने पर पराठे यहाँ से पैक कराकर भी ले जाते है।