Rewari: हर शहर में खाने –पीने के लिए काफी मशहूर दुकाने होती है। रेवाड़ी (Rewari) शहर की बात करें तो यहाँ रत्तीराम की टोस्ट टिक्की लोगों को खूब पसंद आ रही है। 78 साल पहले रत्तीराम ने टिक्की बेचने का काम रेहड़ी से शुरू किया था। अब शहर के मोती चौक पर उनके पोते दुकान संभाल रहें है।
इस दुकान की टिक्की का स्वाद ऐसा है कि जब टिक्की खाने का मन करता है तो रेवाड़ी वाले सबसे पहले रत्तीराम की टिक्की का ख्याल करते है। रत्तीराम के पौत्र कमलकान्त बताते है कि जब वो छोटे थे तभी उनके दादा का देहांत हो गया था। उनके बाद से उनके पिता चिरंजीलाल दुकान को संभालते थे। जिसके बाद अब वो दुकान चला रहे है। लेकिन टिक्की का स्वाद वहीं है जो वर्षों पहले था।
वर्ष 1945 मे की शुरुआत
रत्तीराम ने वर्ष 1945 में शहर के घंटेश्वर मंदिर (Rewari) के पास टिक्की की रेहड़ी लगाने शुरू की थी। घर पर बने मसाले और बिना प्याज और लहूसन से तैयार की गई टिक्की लोगों को इतनी पसंद आई कि उनकी रेहड़ी पर भारी भीड़ रहने लगी। जिसके बाद उन्होने शहर के मोती चौक पर दुकान की शुरुआत की।
प्याज और लहूसन का इस्तेमाल नहीं
इस दुकान पर लगातार 30 वर्षों से काम रहे कारीगर ने बताया कि आज भी वहीं स्वाद वो टिक्की में दे रहे है। जो उनके दादा रत्तीराम दिया करते थे। ब्रेड छोले, टोस्ट टिक्की यहाँ (Rewari) काफी स्पेशल है। सबसे ज्यादा वहीं लोगों को पसंद आती है। टिक्की बनाने के लिए टिक्की की अच्छे से सिकाई और शुद्ध मसाले का इस्तेमाल वो करते है। दुकान में कहीं भी प्याज और लहूसन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
घर पर तैयार किए जाते है मसाले
रत्तीराम के पौत्र ने बताया कि वो टिक्की बनाने में शुद्धता का पूरा ध्यान रखते है। आज भी सभी मसाले घर पर तैयार किए जाते है। टिक्की बनाने में अतिरिक्त स्वाद बढ़ाने के लिए किसी भी तरह के तेज मसाले का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।