हरियाणा में परमिट लेकर अलग-अलग रूट पर चलने वाली बसों की मनमानी से यात्री परेशानी है. निजी बस चालक यात्रियों को बताये गए स्थाल से पहले ही उतार देते है और फिर यात्री को दूसरी बस में यात्रा पूरी करने की बात कहकर टाल दिया जाता है. इस तरह का व्यवहार यात्रियों के साथ रोजाना होता है. लेकिन कोई इन बस संचालकों की उनकी शिकायत नहीं करता है. अब एक यात्री ने निजी बस चालक की रोडवेज के जीएम को शिकायत की है. जिसके बाद जीएम ने जिला परिवहन अधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
आपको बता दें कि रेवाड़ी बस स्टैंड से जिले के अलग –अलग रूट पर रोडवेज के साथ –साथ रूट परमिट के आधार पर निजी बसों का भी संचालन होता है. यहाँ निजी बस संचालक यात्रियों को झांसा देकर बसों में बैठा लेते है कि ये बस उनके निर्धारित स्थान तक जायेगी. लेकिन काफी बार यात्रियों को उससे पहले वाले स्टोपिज पर ही उतार दिया जाता है. उदाहराण के तौर पर आप ऐसे समझियें कि रेवाड़ी बस स्टैंड एवं बाहर से चलने वाले सोसायटी और निजी बसों के ऑपरेटर गुरुग्राम जाने की बात कहकर यात्रियों को बैठा लेते है और फिर धारूहेड़ा में ही उतारकर दूसरी बस में बैठने को कहते है. जो यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है.
जो लोग रोजाना बसों में सफ़र करते है उन्होंने ऐसा देखा होगा कि गुरुग्राम से चलने वाली बस संचालन रेवाड़ी बस स्टैंड तक जाने की बात कहकर यात्रियों को बसों में बैठाते है. लेकिन अक्सर उन्हें धारूहेड़ा में ही उतार दिया जाता है. इस तरफ से झज्जर की तरफ जाने वाली प्राइवेट बस चालक परिचालक रोहतक का नाम लेकर यात्रियों को बैठाते है और झज्जर में ही उतार दिया जाता है. ऐसी समस्या काफी रूट पर प्राइवेट बस संचालकों द्वारा यात्रियों के सामने खड़ी जाती है. ये बसें सरकार द्वारा तय किये गए निर्धारित रूट और समय पर भी नहीं चलती है. जिसपर कोई एक्शन भी नहीं लिया जा रहा है.
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ऐसे में ही एक मामले में प्राइवेट बस के ऑपरेटर ने गुड़गांव जाने की बात कहते हुए एक यात्री को बैठाकर धारूहेड़ा में उतार दिया। इसकी वजह से यात्री को हुई परेशानी के बाद उन्होंने इसकी शिकायत जीएम रोडवेज को ही है। जीएम की तरफ से यह शिकायत डीटीओ को भेजते हुए सोसायटी और निजी बस ऑपरेटरों की तरफ से यात्रियों के साथ किए जा रहे इस कदम से होने वाली परेशानी को देखते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया गया है।