जांचकर्ता ने बताया कि अगस्त 2018 में सीआईए की टीम को सूचना मिली थी कि एक स्कार्पियो वाहन में मेवात गैंग से जुड़े हुए कुछ लोग वारदात के लिए आ रहे हैं। यह गैंग चोरी, लूट गोकशी सहित अन्य वारदातों में शामिल है। सूचना के साउथ रेंज की आईजी स्पेशल टीम को भी दी गई। इसके बाद सीआईए और आईजी की स्पेशल टीम की तरफ से जौनावास गांव के समीप नाकाबंदी कर वाहनों की जांच शुरू कर दी गई थी।
इसी दौरान आई एक स्कार्पियो के चालक को रूकने का इशारे किया तो आरोपी चालक ने बेरिकेड्स को सीधी टक्कर मार और पुलिस कर्मियों ने जब रोकने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उन पर सीधा फायर कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने आरोपियों का पीछा किया तो उन्होंने गाड़ी को वापस धारूहेड़ा की तरफ मोड़ दिया।
इसके बाद आरोपी गाड़ी को बिलासपुर के तावडू रोड पर छोड़कर फरार हो गए। पुलिस टीम ने वाहन से मोबाइल सहित कारतूस और खाली खोल बरामद करने के बाद विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने मामले में पहले तीन आरोपियों नईम, सद्दीक तथा सोकत को गिरफ्तार करते हुए सोमवार को चौथे आरोपी जाहुल को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को आज अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया।