जांचकर्ता ने बताया कि शहर के रामगढ़ रोड स्थित जैनसभा निवासी विशाल ने बताया कि वह गुड़गांव की एक कंपनी में नौकरी करता है। 9 जुलाई की शाम को कंपनी से ड्यूटी करने के बाद धारूहेड़ा से रेवाड़ी आने वाली एक प्राइवेट बस में बैठकर घर आ रहा था। बस जब जौनावास बस स्टैंड पर पहुंची तभी बस के सामने एक इनोवा गाड़ी आकर रूकी और उसमें सवार चार युवक उतरकर बस में चढ़ गए।
चारों युवकों ने उसको बस से जबरदस्ती गाड़ी से उतारकर अपनी गाड़ी में डाल लिया। इसमें चारों आरोपियों को उन्होंने पहचान लिया जो कि योगेश, योगेंद्र, तीसरा विनय और चौथा सचिन था। इसके बाद आरोपी गाड़ी को हाइवे से होते हुए कोटकासिम से भी आगे ले गए और वहां पर नीचे उतारकर उसे रॉड, डंडे और पत्थरों से जमकर मारपीट की। पीड़ित ने पिछले साल उसने अपने साथियों के साथ मिलकर योगेश और सोनू से मारपीट की थी जिस कारण आरोपियों ने उसका अपहरण किया। इसी बीच आरोपियों के पीछे पुलिस लग गई तो आरोपी कोटकासिम से गढ़ी बोलनी की तरफ आ रहे थे तभी पुलिस ने इन्हें घेर लिया और दो आरोपी फरार होने में कामयाब हो गए। वहीं पुलिस ने पीड़ित को मुक्त कराकर ट्रामा सेंटर में दाखिल कराया।
पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके मामले में दो आरोपियों गांव सहारनवास निवासी विनय और जैन सभा निवासी योगेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया था। अदालत से आरोपियों का एक दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। आरोपियों को आज अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया।