विश्व जल दिवस 2022: जल अनमोल है. जिसके बीना जीना संभव नहीं है. इसलिए बार संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाते है. 22 मार्च को विश्व जल दिवस (World water day 2022 ) मनाया जाता है. ताकि हम सभी मिलकर पानी बचाकर अपना भविष्य बचा सकें. रेवाड़ी डीसी यशेन्द्र सिंह ने जिलावासियों को 22 मार्च को मनाए जा रहे विश्व जल दिवस पर जल संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए जीवन में जल को व्यर्थ बहने से रोकने का संकल्प लेने का आह्वान किया है। डीसी ने कहा कि आमजन जल की महत्ता को समझते हुए जल संरक्षण की दिशा में उठाए जा रहे सरकार व प्रशासन के कदमों में सहभागी बनें।
डीसी ने बताया कि विश्व जल दिवस को हर साल एक थीम के साथ मनाया जाता है ऐसे में इस साल भूजल-अदृश्य को दृश्यमान बनाने के थीम पर यह साल केंद्रीत रहेगा। जनहित में दिए संदेश में विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में डीसी ने बताया कि जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। जल ही जीवन का आधार है किंतु हम यह सब बातें तब भूल जाते हैं जब शीशे के सामने वाशवेशन पर मुंह धोते हुए नल को निरंतर खुला छोडक़र पानी को बर्बाद करते रहते हैं। इतना ही नहीं कई लीटर मूल्यवान पानी अपनी कार को धोने में बर्बाद कर देते हैं।
डीसी ने कहा कि पृथ्वी के आवश्यक तत्वों में से एक, जल जीवन की प्रमुख आवश्यकता है. इसके बिना सभी जीवित प्राणी और पौधे समाप्त हो जाते हैं. इसलिए कहा जाता है जल ही जीवन है। हालांकि, बढ़ते औद्योगिकरण, अति-उपयोग और सभी प्राकृतिक स्रोतों के दोहन की वजह से मानव जीवन को पानी की तीव्र कमी जैसी कुछ विकट परिस्थियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पानी सभी प्राणियों के अस्तित्व का एक अहम निर्माण खंड है, इसलिए हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में लोगों में जनचेतना पैदा करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है ताकि ताजे पानी के महत्व और इस महत्वपूर्ण संसाधन के सतत प्रबंधन के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
संयुक्त राष्ट्र ने 1992 अधिवेशन में 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने का लिया निर्णय
डीसी ने बताया कि पानी की किल्लत को खत्म करने और इसके प्रभाव को कम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 1992 के अधिवेशन में 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। जिस पर सर्वप्रथम 1993 को पहली बार 22 मार्च के दिन पूरे विश्व में जल दिवस के मौके पर जल के संरक्षण और रखरखाव पर जागरूकता फैलाने का कार्य किया गया। डीसी ने कहा कि जल के संरक्षण में सभी को नैतिक जिम्मेवारी का निर्वहन करना है। कैच दा रेन-व्हेयर इट फाल्स, व्हेन इट फाल्स थीम के तहत वर्षा जल संचय भी जल संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम है ताकि भूजल स्तर को ऊपर लाया जा सके।