रेवाड़ी में राजकीय महाविद्यालय के छात्र –छात्राओं ने आज जिला सचिवालय पहुँचकर विरोध प्रदर्शन किया और शासन–प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि या तो दस दिनों में कॉलेज के लिए भवन का इंतजाम कर दें, वरना कॉलेज गेट पर ताला लगाकर धरना अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा. छात्रों को कहना है कि छह वर्षों से स्कूल के 5 कमरों में कॉलेज की क्लास लगाईं जा रही है. जहाँ किसी भी तरह के इंतजाम नहीं है.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2015 में रेवाड़ी में कॉलेज खोलने की घोषणा की थी. पहले इस कॉलेज की क्लास वर्ष 2017 में कन्या महाविद्यालय सेक्टर 18 में शुरू की गई. एक वर्ष बाद शहर के बाल विद्यालय के 5 कमरों में कॉलेज को शिफ्ट कर दिया गया. इतने वर्षों से शासन –प्रशासन कॉलेज निर्माण के लिए जमीन तलाशने की बात कहकर आश्वसन दे रहा था. लेकिन अब कॉलेज को नॉन फिजिबल जॉन में डाल दिया गया. जिसके बाद छात्रों में और रोष बढ़ गया.
रेवाड़ी का पहला को-एजूकेशन महाविद्यालय
रेवाड़ी शहर का ये पहला को-एजूकेशन महाविद्यालय है. जिसमें अब 256 छात्र –छात्राएं पढ़ाई करते है और 13 स्टाफ के सदस्य है. फिलहाल जो जगह कॉलेज के लिए दी गई है. वहां 5 कमरें है और उसके सामने थोड़ा खाली स्पेश है. छात्राओं का कहना है कि बैठने से लेकर बाथरूम , पीने के पानी सहित किसी भी तरह की सुविधा कॉलेज में नहीं है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले भी कई बार बच्चे धरना प्रदर्शन कर चुके है. कॉलेज गेट पर ताला लगाकर विरोध दर्ज करा चुके है. लेकिन शासन –प्रशासन हर बार केवल आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड लेता है. इस बार भी प्रशासन ने छात्रों से समस्या के समाधान के लिए कुछ समय माँगा है.
मांग पूरी न होने पर करेंगे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन
छात्रों ने प्रशासन को सुझाव भी दिया है कि सेक्टर चार स्थित जिस भवन में सैनिक स्कूल चल रहा था वो खुद के भवन में शिफ्ट हो चूका है. इसलिए कॉलेज को खुद की जगह ना मिले तबतक सेक्टर चार में उनके कॉलेज को शिफ्ट कर दिया जाएँ. और अगर ऐसा नहीं होता है तो वो गेट पर ताला लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे.