सीबीएसई की टर्म 1 बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है और कोर्ट ने छात्रों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों का विकल्प उपलब्ध कराने का आदेश देने से इंकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से सीबीएसई के साथ सीआईएससीई के 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं देने वाले छात्रों को झटका लगा है.
छात्रों ने की थी परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छह छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि टर्म एक या सेमेस्टर एक परीक्षा को केवल ऑफलाइन मोड में आयोजित करने में बोर्ड की पूरी कवायद ‘बेहद अनुचित’ है. छात्रों ने याचिका में कोर्ट से सीबीएसई और सीआईएससीई को यह निर्देश देने का अनुरोध किया था कि वे कोविड-19 महामारी के बीच 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं केवल ऑफलाइन मोड (Offline Mode) के बजाय हाइब्रिड मोड (Hybrid Mode) यानी ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से कराएं.
सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की टर्म 1 बोर्ड परीक्षा पहले ही शुरू हो चुकी हैं. 10वीं क्लास की परीक्षा 17 नवंबर से शुरू हो चुकी हैं, जबकि 12वीं क्लास की परीक्षा 16 नवंबर से (CBSE Class 10 And 12 Term-1 Exam) शुरू हुई थीं. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं (CBSE Board Exam) पहले ही शुरू हो गई है. पूरी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना और उसमें बाधा डालना उचित नहीं है. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ न करें. अधिकारी अपना काम अच्छे से करें. अब बहुत देर हो चुकी है. वहीं काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) की बोर्ड परीक्षा के सेमेस्टर 1 की परीक्षा 22 नवंबर से शुरू होगी.
परीक्षा के फॉर्मेट में हुआ बदलाव
इस बार CBSE और CISCE की परीक्षाएं 2 बार में कराई जाएंगी. इन परीक्षाओं का पहला टर्म नवंबर- दिसंबर 2021 में होना है तो वहीं दूसरा टर्म मार्च- अप्रैल 2022 में होना है. दोनों टर्म की परीक्षाओं में 50-50 % सिलेबस से प्रश्न पूछे जाएंगे. लेकिन रिजल्ट दोनों परीक्षाओं के अंकों को मिलाकर जारी किया जाएगा.
किस इस तरह होंगी परीक्षाएं
इस बार टर्म-1 की परीक्षा 90 मिनट की आयोजित की जाएगी जोकि MCQ आधारित होगी. छात्रों को अपने जवाब को OMR सीट पर भरना होगा. वहीं, टर्म-2 की परीक्षा 2 घंटे की होगी. इसमें descriptive सवाल होंगे. टर्म 2 का प्रश्न पत्र अलग फॉर्मेट में होगा. हालांकि टर्म-2 में कुछ शॉर्ट और लॉन्ग दोनों तरह के सवाल हो सकते हैं. के दौरान अगर देश में कोरोना की स्थिति बिगड़ी तो इस तरीके में बदलाव किया जा सकता है.