जांचकर्ता ने बताया जिला के गांव बालियर खुर्द निवासी देवेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2013 में अपनी पत्नी संतोष के नाम से बावल के सेक्टर 2 मैसर्स एशियन डेवलपर्स लिमिटेड से एक फ्लैट बुक किया था।
फ्लैट बुकिंग करते समय कंपनी निदेशक दिनेश और नितेश शर्मा ने आश्वासन दिया था कि यह प्रोजेक्ट सरकार की तरफ से मंजूरशुदा है और इसके लिए तमाम अनुमति संबंधित विभागों से ली हुई है इसलिए आपको 2015 में ही पजेशन दे दी जाएगी। इस प्रकार उन्होंने बुकिंग और बाद में कुछ कैश सहित 12 लाख रुपए का लोन सीधे कंपनी खाते में करा दिया था।
इसके बाद उनकी पत्नी के नाम से अलॉटमेंट लेटर भी देते अनुबंध करते हुए फ्लैट भी बुक कर दिया। साल 2015 में पजेशन नहीं मिली तो वहां गए तो काम पूरा नहीं मिला। बाद में उसे पता चला की कंपनी के पास कोई लाइसेंस नहीं है और न ही जमीन की मलकियत उनके नाम है। साल 2016 में कंपनी निदेशक नितिन और दिनेश ने उन्हे लिखित में पैसा रिफंड करने का आश्वासन भी दिया लेकिन पैसा नहीं दिया।
इस पर पीड़ित ने वर्ष 2018 में तत्कालीन एसपी को शिकायत दी जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। जांच करते हुए मंगलवार को पुलिस ने मामले में आरोपी दिनेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।