सोमवार यानि आज हुई सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट ने याचिका कर्ता को फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोगो ने कोई फिक्शन फिल्म देखी है इसलिए ऐसी याचिका डाली है. जज ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए कहा कि आपकी याचिका को खारिज किया जाता है और पिटीशन दाखिल करते समय दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए, हाईकोर्ट ऐसे मामलो की सुनवाई के लिए नही है.
जानकारी के लिए बता दें कि चंडीगढ़ निवासी डेरा समर्थक अशोक कुमार और पंचकुला और अंबाला के कुछ लोगो ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी कि इन दिनों यूपी के बागपत के डेरे में पैरोल काट रहे राम रहीम के हाव भाव पहले वाले नही है. उन्होंने अपनी याचिका में यह भी कहा कि जेल से बाहर आए डेरा प्रमुख में काफी बदलाव देखे हैं.
याचिकाकर्ता ने कहा कि दोनों के शारीरिक बनावट और व्यव्हार का फर्क बताया गया है. साथ ही कहा गया है कि असली Gurmeet Ram Rahim Singh का अपहरण हो चुका है और उनकी जान खतरे में है. Gurmeet Ram Rahim Singh के समर्थकों का आरोप है कि इस सब के पीछे हनीप्रीत सिंह है. श्रद्धालुओं ने कहा कि असली डेरा प्रमुख को किडनैप करके नकली को जेल में बंद कर दिया गया है. याचिका में उन्होंने जेल में बंद राम रहीम की सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की थी.