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परिवार पहचान पत्र: हरियाणा की तर्ज पर उत्तराखंड के बाद अब जम्मू-कश्मीर भी अपनाएगा हरियाणा की PPP योजना

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परिवार पहचान पत्र: सरकारी योजनाओं व सेवाओं का लाभ कम से कम मानव हस्तक्षेप के सीधे लोगों को मिले इसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक बड़ी पहल करते हुए परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) की एक अनोखी योजना आरंभ की है जो शायद देश के किसी राज्य में नहीं है। परिवार के हर सदस्य का सटीक सत्यापित डाटा परिवार पहचान पत्र में उपलब्ध है। उत्तराखंड राज्य पहले ही हरियाणा की तर्ज पर परिवार पहचान पत्र बनाने की कार्य प्रणाली का अध्ययन कर चुका है। अब जम्मू-कश्मीर ने भी इस योजना को अपनाने की पहल की है।

PPP योजना का जम्मू-कश्मीर में भी हुआ स्वागत

हरियाणा की इस अनूठी योजना का जम्मू-कश्मीर में भी स्वागत हुआ है और राज्य के हर परिवार को यूनिक आईडी देने की पहल की है और इस कड़ी में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने गत दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में परिवारों का प्रामाणिक, सत्यापित और विश्वसनीय डाटाबेस तैयार करने के लिए डिजिटल जम्मू-कश्मीर दृष्टि पत्र जारी किया है। जिसके तहत हरेक परिवार को ‘जेके फैमिली आईडी’नाम से एक अनूठा कोड दिया जायेगा। कोड में हरियाणा की तरह अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर और गणित के अंक शामिल होंगे।

हरियाणा परिवार पहचान पत्र अधिनियम, 2021 के तहत सेवाओं व योजनाओं को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ने के लिए अन्तोदय प्लेटफार्म पर आवेदन करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है। मुख्यमंत्री की इस पहल से हरियाणा सही मायनों में देश के समक्ष अंत्योदय का रोल मॉडल बनकर उभरा है और इस कड़ी में परिवार पहचान पत्र एक अहम दस्तावेज बना है।

हरियाणा से बाहर रहने वालों का होगा 9 अंकों का पीपीपी

परिवार पहचान पत्र का उद्देश्य राज्य में रह रहे परिवारों के लिए एक व्यापक, विश्वसनीय तथा सटीक डाटाबेस तैयार करना है।  कोई भी परिवार जो वर्तमान में हरियाणा में रह रहा है, उसको परिवार पहचान पत्र में पंजीकरण करना अनिवार्य है।  स्थाई रूप से  रहने वाले परिवारों को 8 अंकों का पीपीपी जारी किया जायेगा। इसी प्रकार कोई परिवार हरियाणा से बाहर रह रहा है परंतु  राज्य की किसी सेवा या स्कीम के लिए आवेदन कर रहा है उसको भी पीपीपी में पंजीकरण करना होगा। ऐसे परिवारों को 9 अंकों का अस्थाई परिवार पहचान जारी की जाएगी जिसके ऊपर अंग्रेजी वर्णमाला का अक्षर T अंकित होगा। आवेदन के लिए किसी अन्तोदय केंद्र, नागरिक सेवा केंद्र, ऑनलाइन वेबसाइट (https://meraparivar.haryana.gov.in) या पीपीपी ऑपरेटर पूरे राज्य में पीपीपी कार्य के लिए पंजीकृत ऑपरेटरों में से कोई पीपीपी ऑपरेटर से संपर्क करें। किसी भी प्रकार की त्रुटि दूर करने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त या जिला नागरिक संसाधन सूचना प्रबंधक से संपर्क करें।

उत्तराखंड बना रहा 14 अंकों का परिवार पहचान पत्र

भारतीय नागरिकों की विशिष्ट पहचान के लिए केंद्र सरकार ने 12 अंकों के आधार कार्ड को अहम दस्तावेज बनाया है तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  हरियाणा में अलग से नागरिक  संसाधन सूचना विभाग सृजित कर 8 अंकों का परिवार पहचान पत्र बनाया है जिसमें परिवार के हर सदस्य की एक-एक जानकारी उपलब्ध है। 8 अंकों में तीन नंबर अंग्रेजी वर्णमाला के हैं जबकि आधार में सभी नंबर गणित संख्यात्मक हैं। उत्तराखंड ने परिवार पहचान पत्र को 14 अंकों का बनवाने का निर्णय लिया है और यह कार्य नियोजन विभाग को सौंपा है।