डा. अमित अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने जीवन में मिले उपहारों की नीलामी पोर्टल के माध्यम से की है और इससे मिली धनराशि को ’’नमामी गंगे सफाई अभियान’’ में लगाया। मुख्यमंत्री की भी यही सोच है कि उपहारों से प्राप्त धनराशि को मुख्यमंत्री राहत कोष मे प्रयोग में लाई जाएगी। इस पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति उपहारों को खरीदने के लिए नीलामी में भाग लेने के लिए 5 हजार रुपए की राशि के साथ अपना पंजीकरण कर सकता है।
हर उपहार की होगी उसकी बेस राशि अंकित
डा. अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री उपहार पोर्टल पर हर उपहार के साथ उसकी बेस राशि अंकित की गई है। कोई भी दानवीर निर्धारित राशि से ऊपर बोली लगाकर अपने सामर्थ्य अनुसार धनराशि भी दे सकता है और उपहार खरीद सकता है। ऐसे दानवीरों और बोली दाताओं को मुख्यमंत्री स्वयं अपने कर कमलों से उपहार को ससम्मान भेंट करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि बोली दाता चाहे तो वह उपहार कोरियर से भी प्राप्त कर सकता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि विदेशों में भी उपहारों की बोली का प्रचल्लन है। मुख्यमंत्री की सोच है कि लोगों को ’’समाज के कल्याणार्थ’’ सहयोग करने में आगे आना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे इस नेक कार्य में बढ चढ कर भाग लें और सामर्थ्य अनुसार धनराशि देकर सामाजिक कार्यो में सहयोग कर सकते हैं।
पहले चरण के उपहरों की नीलामी 28 फरवरी तक
डा. अमित अग्रवाल ने कहा कि आज से ऑनलाईन पोर्टल की शुरूआत हो गई है और यह 28 फरवरी तक जारी रहेगा। उसके बाद साल में तीन या चार बार पोर्टल को चरणबद्व तरीके से दोबारा खोला जाएगा। पहले चरण में 51 उपहारों की नीलामी की जाएगी। कोई भी व्यक्ति cmuphaarhry.com पर पंजीकरण करके इन उपहारों की नीलामी में भाग ले सकता है। पोर्टल से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए 7087513186 नम्बर पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास पर स्थित पुस्तकालय में प्रवेश के लिए पत्रकारों को कार्ड जारी किए जाएगें। पत्रकार भी मुख्यमंत्री निवास पर स्थित लाईब्रेरी में पुस्तकें दे सकते है। पोर्टल शुभारम्भ के अवसर पर डा. अमित अग्रवाल ने पहला पंजीकरण किया और चण्डीगढ प्रैस क्लब के लॉगो की बोली में भाग लिया।