मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना का लाभ प्रत्येक पात्र परिवार को मुहैया करवाने के लिए प्रदेश में 29 नवंबर से अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए सभी व्यापक तैयारियां समय रहते पूरी कर ली जाएं। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी.उमाशंकर ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश भर के उपायुक्त को इस बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी यशेंद्र सिंह ने प्रधान सचिव द्वारा दिए दिशा-निर्देशों की अनुपालना प्रभावी ढंग से करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
डीसी ने बताया कि प्रधान सचिव वी.उमाशंकर ने वीसी के माध्यम से बताया कि अंत्योदय मेलों में लोगों को मेले में बुलाया जाए और वहीं उनके प्रार्थना पत्र लिए जाएं तथा प्रार्थना पत्र पर बैंक अधिकारी द्वारा अनुमति प्रदान की जाएं। उन्होंने कहा कि इन मेलों के लिए एक नोडल अधिकारी लगाया जाएगा तथा प्रार्थी को मुख्यालय से एसएमएस या वॉइस कॉल की जाएगी ताकि लाभार्थी निर्धारित समय पर मेले में पहुंचकर अपना आवेदन दे सकें और मौके पर ही उसे अनुमति प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि खंड वाइज लाभार्थियों की संख्या के अनुसार मेलों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेला डे प्रथम में लाभार्थियों के आवेदन प्राप्त कर उन्हें बैंक द्वारा अनुमति की कार्यवाही की जाएगी तथा मेला डे- दूसरे में यह अनुमति पत्र प्रदान कर स्कीम का लाभ दिया जाएगा।
डीसी ने बताया कि वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव विनीत गर्ग ने कहा कि मेलों का स्थान निर्धारित कर लिया जाएं तथा वहां पर्याप्त मात्रा में स्टॉल लगाई जाएं और विभाग द्वारा अपनी-अपनी योजनाओं की फ्लैक्स के माध्यम से प्रदर्शन किया जाएं ताकि लाभार्थी को उन योजनाओं की पूरी जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि इन मेलों में पब्लिक रिपर्जेनटेटिव भी उपस्थित रहेगें। डीसी यशेन्द्र सिंह ने वीसी उपरांत अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि अंतिम व्यक्ति का उत्थान हरियाणा सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मिले निर्देशों की तुरंत पालना की जाए तथा मांगी गई सभी सूचनाएं तुरंत मुख्यालय को भेजी जाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान के मेलों के आयोजन को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाएं जाएं। डीसी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने परिवार को इकाई माना है और सबसे गरीब परिवारों के उत्थान पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ऐसे परिवारों के लिए विशेष रूप से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लागू की गई है।