जांचकर्ता ने बताया कि दिल्ली के हरवेली निवासी महिला ने रोहड़ाई थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह 30 अक्टूबर को अपने मायका गुरावड़ा जा रही थी। पाल्हावास में पहुंचने पर उनके पति जूस बनवाने के लिए चले गए जबकि वह एटीएम बूथ में चली गई। इसी दौरान एक कार में सवार होकर दो युवक वहां पर पहुंचे और आरोपियों ने पैसे निकालने का झांसा देकर उनका कार्ड बदल लिया।
कुछ समय बाद वह पैसे निकालने के बाद वापस आई तो उनके मोबाइल पर 85 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। इसके बाद उनके पति ने स्टेटमेंट देखी तो उसमें पाया कि खाते से 85 हजार रुपए ट्रांसफर हुए थे। पैसे निकलवाने के दौरान उनके पति वहीं खड़ी कार के नंबर देख लिए जो टेंपरेरी थी।
रोहड़ाई पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने मामले की जांच सीआईए धारुहेडा को सौंपी थी। सीआईए ने कार के आए नंबर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों का सुराग लगाकर मंगलवार को आरोपी शकील खान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। आरोपी को कल यानि शुक्रवार को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
25 प्रतिशत कमीशन के हिसाब से ली स्वाइप मशीन
रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी दोस्त पलवल के ही गांव धीरणकी निवासी शाकिब और जिला नूंह के तावडू के गांव माला का निवासी आदिब से थी। इसके बाद उन्होंने पलवल के ही घाघोट निवासी शाकिर से 25 प्रतिशत कमीशन के हिसाब से एक स्वाइप मशीन ले ली जिससे पैसा सीधे उनके अकाउंट में चला जाता था।
इसके बाद 30 अक्टूबर को उन्होंने पाल्हावास में उस सहित उसके दोस्त शाकिब ने कार्ड बदल लिया और फिर 85 हजार रुपए निकाल लिए। इसके बाद उन्होंने कुलाना में भी एक महिला का कार्ड बदलकर 60 हजार रुपए निकाल लिए। इसके अलावा आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर 1 नवंबर को धारूहेड़ा, वहीं लगभग 10 दिन पहले जयपुर जिला के कोटपूतली में भी पैसे निकालना स्वीकार किया है।