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सरकारी अस्पताल की सच्चाई ! माँ की गोद में बच्चे की मौत, डॉक्टर का वीडियो वायरल

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रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल से शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। यहाँ चार माह के बच्चे का ईलाज कराने पहुँची एक माँ की गोद में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। महिला का आरोप है कि समय रहते डॉक्टर नहीं आया, इसलिए उसके बच्चे की ईलाज के आभाव में मौत हो गई।

यहाँ हैरान करने वाली बात ये कि अस्पताल में ईलाज कराने आए एक युवक और एक महिला पीड़ित महिला को सांत्वना दे रहे थे। इसी दौरान सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने युवक की कॉलर पकड़कर धमकाया। डॉक्टर ने फोन पर हाथ मराते हुये कहा कि बिना अनुमति के वीडियो नहीं बना सकते। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।

 

जानकारी के मुताबिक गाँव टूमना निवासी सुनीता अपने चार माह के बच्चे का ईलाज कराने शनिवार शाम बजे बजे नागरिक अस्पताल आई थी। जहां स्टाफ ने एमर्जेंसी पर्ची बना दी। स्टाफ ने कहा कि अभी डॉक्टर नहीं है डॉक्टर आते ही बच्चे को इलाज दिया जायेगा। महिला का आरोप है कि डॉक्टर रात 9 बजे आया, तब तक उसके बच्चे ने दम तोड़ दिया था।

नागरिक अस्पताल में मृत बच्चे को गोद में लेकर बैठी इस माँ का कहना है कि उसके बेटे को सांस में दिक्कत थी, भाप लगवाने के लिए सरकारी अस्पताल में आए थे। लेकिन डॉक्टर ने समय रहते बच्चे को ईलाज नहीं दिया जिसके कारण बच्चे की मौत हो गई।

 

ये जाँच का विषय है किस डॉक्टर की ड्यूटी थी। क्यो बच्चे को समय पर ईलाज नहीं दिया गया। पूरी रात पोस्टमार्टम कराने के लिए महिला अपने मृत बच्चे को अस्पताल में लेकर बैठी रही। जिसके बाद दूसरे दिन कुछ कागज पर महिला के अंगूठे लगवाये और घर जाने को कहा।

इस बीच एक डॉक्टर की दादागिरी का वीडियो भी सामने आया है। यहाँ एक युवक और महिला पीड़ित माँ को सांत्वना दे रहे थे। इसी दौरान वहाँ सरकारी अस्पताल का डॉक्टर पहुँच गया। युवक डॉक्टर की वीडियो बनाने लगा। जिसके बाद डॉक्टर ने दादागिरी दिखाते हुये  युवक के फोन पर हाथ मारा और कॉलर पकड़कर धमकाया।

 

मौके पर मौजूद पत्रकार को भी डॉक्टर नसीहत देने लगे कि बिना अनुमति के वीडियो नहीं बनाई जा सकती। हालांकि बच्चे की मौत के मामले में डॉक्टर ने ये जरूर कहा कि शिकायत दे दो, जाँच के बाद कार्रवाई की जायेगी। पीड़ित गरीब है कानूनी लड़ाई लड़ नहीं सकते। इसलिए वापिस घर लौट गए है। ऐसे में देखना होगा कि क्या इस मामले में स्वास्थ्य विभाग कोई संज्ञान लेता है या फिर ऐसे ही सब राम भरोसे चलता रहेगा।