Rewari Police को सुचाना मिली थी कि कोसली क्षेत्र के पावर हाउस के पास एक बंद पड़े प्राइवेट स्कूल की बिल्डिंग में नकली शराब ( Fake Liquor ) पैकिंग की जाती है। जिसके बाद शराब को मार्किट में बेच दिया जाता है। इस सूचना के आधार पर पहले पुलिस ने एक्साइज विभाग को साथ लेकर रेड की । मौके से सोमबीर नाम का आरोप एक कार में शराब की बोतल रखकर बेचने के लिए जा रहा था। लेकिन पुलिस ने सोमबीर को काबू कर लिया ।
कार की तलाशी ली गई तो शराब की बोलल बरामद हुई। शराब की बोतल पर लगे क्यू आर कोड को जैसे ही स्कैन करके वेरिफ़ाई करने की कोशिश की तो पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। Kosli DSP जयसिंग ने बताया कि मौके से एक लाख 15 हजार फर्जी होलोग्राम, करीबन 3 हजार गत्ते की पेटी के मंडल, करीबन आठ हजार शराब की बोतल के ढक्कन , नकली शराब ( Fake Liquor ) पैकिंग करने वाली दो मशीन , एक कार और करीबन डेढ़ लाख रूपय पुलिस ने बरामद किए है। मामला बड़ा है इसलिए आगे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
जांच के बाद मिलेंगे इन सवालों के जवाब !
- शराब की नकली ( Fake Liquor ) पैकिंग का कारोबार कब से किया जा रहा था !
- इस पूरे खेल में और कौन- कौन लोग शामिल है !
- पैकिंग करके सील करने वाली शराब कैसी है और कहाँ से लाई जाती थी !
- पैकिंग का मौके पर मिला सामान कहाँ से लाया गया !
- शराब कैसे और कहाँ –कहाँ बेची जाती थी !
इन सवालों के जवाब अभी पुलिस के पास नहीं है। उम्मीद है की एसआईटी ( SIT) की जाँच के बाद और कई लोगों पर पुलिस शिंकजा कसेगी।