Home रेवाड़ी Heat stroke: गर्मी व लू से बचने के लिए बरतें जरूरी एहतियात

Heat stroke: गर्मी व लू से बचने के लिए बरतें जरूरी एहतियात

66
0
heat stroke

Heat stroke: रेवाड़ी डीसी ने आमजन को जागरूक करते हुए बताया कि गर्म हवाएं व लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आम नागरिक अपने दैनिक कार्यक्रमों की सूची बनाने से पूर्व रेडियो, टीवी या अखबार के माध्यम से अपने स्थानीय मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें ताकि घर से बाहर निकलते समय गर्म हवाओं व लू (Heat stroke) के प्रकोप से बचा जा सके।

ये बरतें सावधानियाँ

डीसी ने कहा कि जितना संभव हो पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकलें तो हल्के रंगों के ढीले फिटिंग के तथा सूती कपड़े पहने व इसके साथ सुरक्षात्मक चश्में, छाता, पगडी, दुपट्टा, टोपी, जूते या चप्पलों का उपयोग करें। यात्रा के समय अपने साथ पानी अवश्य रखें। यदि आपका कार्यक्षेत्र इस प्रकार का है कि आपको धूप में कार्य करना है तो आप धूप से बचाव के लिए टोपी या छाते का उपयोग करें तथा अपने सिर, गर्दन व चेहरे पर नम कपड़ा जरूर रखें।

इसके साथ साथ शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे इसके लिए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, पानी, जूस, छाछ, नींबू पानी आदि का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के स्ट्रोक (Heat stroke), गर्मी के दाने या गर्मी से ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मतली और दौरे के लक्षणों को पहचाने, यदि आप थकान व कमजोरी व बीमार जैसा महसूस कर रहें है तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें।

गर्मी में पशु-पक्षियों का भी ध्यान रखें आम नागरिक : डीसी

डीसी इमरान रजा ने आह्वान किया कि आम नागरिक गर्मी के मद्देनजर स्वयं का बचाव करने के साथ-साथ पशु-पक्षियों का भी ध्यान रखें। गर्मी के मौसम में पशु-पक्षियों के लिए भी छाया व पीने के पानी का प्रबंध सुनिश्चित करें ताकि ये बेजुबान गर्मी में प्यास से न मरें।

उन्होंने कहा कि पशुपालक अपने पालतू जानवरों को छाया में रखें और उन्हें निरंतर पीने का पर्याप्त पानी देते रहें। उन्होंने कहा कि पशुधन का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम (Heat stroke)में पालतू जानवरों को घर से बाहर न छोड़े व कोशिश करें कि दिन में 12 बजे से 3 बजे के बीच आमजन व पशुधन बाहर धूप में जाने से बचें।