हरियाणा के परिवहन मंत्रालय द्वारा इन बसों को खरीदने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा जाएगा। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलते ही सड़को पर इलेक्ट्रिक बसों को उतार दिया जाएगा। शर्मा ने बताया कि उम्मीद है कि नवबंर महीने से इन नई बसों को आम लोगों के लिए सड़को पर चलाया जाएगा। हर महीने बसों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाती रहेगी। इनके अलावा परिवहन मंत्रालय ने 2000 नई बसों को खरीदने की तैयारी भी कर ली है। राज्य सरकार के बजट में इन बसों को खरीदने का प्रस्ताव शामिल किया जा चुका है। इलेक्ट्रिक बसों से प्रदूषण तो कम होगा ही, साथ ही डीजल के मुकाबले खर्च भी घट जाएगा। इससे परिवहन विभाग को लाभ होने की उम्मीद बढ़ जाएगी।
800 इलेक्ट्रिक बसें खरीदेगी सरकार
इन इलेक्ट्रिक बसों के लिए हरियाणा परिवहन विभाग ने सीईसीएल कंपनी से संपर्क कर लिया है। कंपनी से वार्ता शुरू कर दी गई है। इलेक्ट्रिक बसों को चलाने के लिए कंपनी की ओर से ड्राईवर, चार्जिंग स्टेशन, रिपेयरिंग, बिजली खर्च कंपनी वहन करेगी। इन 800 बसों में इनमें 600 बसें नॉन एसी और 200 बसें एयरकंडीशन युक्त होंगी। एक बस को चलाने की अवधि 12 साल या फिर 10 लाख किलोमीटर रहेगी। यह भी बताया जा रहा है कि एक बार चार्ज होने पर बस 200 किलोमीटर तक दौड़ेगी।
कितना होगा किराया
बिना एयरकंडीशन वाली बसों का किराया आम बसों की तरह से रहेगा, जबकि एयरकंडीशन वाली बसों में सफर करने के लिए अधिक भुगतान करना होगा। बताया गया है कि एसी बसों का किराया आम बसों के मुकाबले डेढ़ गुणा अधिक रहेगा। इन इलेक्ट्रिक बसों की लंबाई 12 मीटर तक रहेगी, जिसमें 50 से अधिक सवारियों के बैठने का प्रबंध होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय से अनुमति मिलते ही नवंबर में यह बसें राज्य में आनी शुरू हो जाएंगी।
इन शहरों में चलेगी बसें
इन बसों को प्रथम चरण में फरीदाबाद, गुरूग्राम, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर, हिसार, रोहतक, करनाल, सोनीपत तथा पंचकूला में चलाया जाएगा। इलेक्ट्रिक बसों का संचालन एक से दूसरे शहर में भी करने की योजना है। इसके अलावा इन दसों शहरों के बस स्टैंड पर चार्जिंग प्वाइंट भी स्थापित होंगे, ताकि बसों को चार्ज किया सके।