करीबन डेढ़ साल से लंबित हरियाणा पंचायती राज चुनाव सितंबर माह में होने जा रहे है. हरियाणा चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कहा कि कोरोना और कोर्ट केस कारण देरी हुई है. लेकिन अब सितम्बर माह में चुनाव कराये जायेंगे. उन्होंने कहा कि एक दिन जिला परिषद् और पंचायत समिति के चुनाव होंगे, एक दिन छोड़कर सरपंच और पंचों के चुनाव करायें जायेंगे.
आपको बता दें कि चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त धनपत सिंह रेवाड़ी जिले में भी चुनाव सबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे.जहाँ पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने ये बात कहीं.
पंचायत चुनाव हाल में किये गए वार्ड आरक्षण पर होंगे या नहीं, ये संशय अभी बना हुआ है. चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने इस बारे में कहा जो हाल में आरक्षण के लिए ड्रा निकाला गया था. उसी के मुताबिक चुनाव कराएँ जायेंगे . लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जबतक ट्रिपल टेस्ट की प्रकिया पूरी नहीं की जाती है. तब तक बीसीए के वार्ड आरक्षण के चुनाव नहीं कराये जा सकते. जिसके लिए हरियाणा सरकार ने पिछड़ा आयोग का गठन भी किया है. अगर चुनाव की तारीखों से पहले पिछड़ा आयोग की तरफ से कोई सिफारिश नहीं आती है तो बीसीए की सीटों को सामान्य सीटों में तब्दील कर दिया जाएगा.
पंचायत चुनाव की तैयारियों की ली जानकारी :
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी अशोक कुमार गर्ग ने राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का बैठक में स्वागत करते हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव बारे जिला प्रशासन की ओर से की गई तैयारियों बारे जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रेवाड़ी जिला में 18 जिला परिषद सदस्यों, 143 पंचायत समिति सदस्यों, 365 सरपंचों व 3133 पंचों के चुनाव होने हैं, जिसके लिए जिले में 628 बूथ बनाए जाएंगे. इन बूथों पर 2 लाख 92 हजार 760 पुरुष व 2 लाख 66 हजार 960 महिला व एक अदर मतदाता हैं.
उन्होंने कहा कि जिला में किसी गांव व ढाणी में मतदान केंद्र को लेकर कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार जिला में एक हजार मतदाताओं पर एक बूथ बनाया गया है. उन्होंने राज्य चुनाव आयुक्त को विश्वास दिलाया कि प्रशासन की ओर से जिला में पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव पूर्ण रूप से निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न करवाए जाएंगे और आयोग की ओर से जारी की गई सभी हिदायतों की दृढ़ता से पालना सुनिश्चित की जाएगी.