डीसी अशोक कुमार गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्ड में संबंधित दिव्यांग की सभी आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध होंगी। ऐसे में कार्ड बनवाने के उपरांत दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों को साथ लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि भविष्य में यू.डी.आई.डी कार्ड एकमात्र ऐसा दस्तावेज होगा जिससे दिव्यांगों की दिव्यांगता की पहचान करते हुए उन्हें दिव्यांग से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। वहीं कार्ड की सहायता से सभी दिव्यांगजनों की शारीरिक व वित्तीय प्रगति पर भी गांव, ब्लॉक, जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर नजर रखी जा सकेगी। यू.डी.आई.डी कार्ड बनवाने के लिए दिव्यांगजन www.swavlambancard.gov.in पर पर्सन विद डिसेबिलिटी रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर स्वयं ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने हेतु आवश्यक दस्तावेज :
डीसी ने बताया कि दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दिव्यांगों के पास आधार कार्ड, एक पासपोर्ट साइज फोटो व मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए सिविल सर्जन रेवाड़ी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
दिव्यांग प्रमाण पत्र के लाभ :
डीसी ने बताया कि दिव्यांग प्रमाण पत्र से दिव्यांगजन सर्विस में आरक्षण, दिव्यांग पेंशन का लाभ, गाड़ी खरीदते समय जीएसटी में छूट, इनकम टैक्स में छूट, रेलवे रियायती प्रमाण पत्र का लाभ, रियायती बस पास सुविधा सहित सरकार द्वारा दी जाने वाली अन्य सुविधाओं का लाभ भी ले सकते हंै।