इस दौरान प्रत्येक थाना क्षेत्र के अनुसार अपराध की रोकथाम के लिए पर्यवेक्षण अधिकारी, प्रबंधक थाना और चौकी इंचार्ज और थाना चौकी में तैनात फोर्स नाकाबंदी और चैकिंग में रही। पुलिस द्वारा सार्वजनिक स्थानों और नाकाबंदी पर आने जाने वाले वाहनों को गहनता से चेक किया गया। पुलिस अधीक्षक महोदय ने नाईट डोमिनेशन के दौरान स्वयं जिला रेवाड़ी की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तथा सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मेहनत, ईमानदारी और पूरी निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए निर्देश दिए।
अभियान के तहत पुलिस द्वारा रात को 10 बजे से सुबह चार बजे तक कुल 205 सार्वजनिक स्थानों को चेक किया गया हैं तथा 127 व्यक्तियो के पर्चा अजनबी भरे गए हैं। चेकिंग के दौरान 1830 वाहनों की जांच की गई, इनमें से 41 वाहनों के चालान काटे गए, तीन वाहनों को इंपाउंड किया गया तथा 07 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई।
सट्टा खाईवाली करते हुए शहर थाना पुलिस ने मोहल्ला राजीव नगर धक्का बस्ती निवासी अंकित उर्फ अंशु को लियो चौक से काबू कर 3790 रुपये, रामपुरा थाना पुलिस ने रेवाड़ी के मोहल्ला कुतुबपुर निवासी जोगेंद्र को काबू कर 2150 रुपये व जाटुसाना थाना पुलिस ने दखोरा से गांव भोतवास भोंदू निवासी राजकुमार को गिरफ्तार कर 1680 रुपये बरामद किए है। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने नारनौल निवासी सुमित व संदीप को अंबेडकर चौक रेवाड़ी के पास से हुड़दंग करते हुए गिरफ्तार किया है।
धारूहेड़ा थाना पुलिस ने खालियावास से तारानगर जिला झुंझुनूं राजस्थान हाल खालियावास निवासी नरेश से 14 बोतल देसी शराब बरामद की गई तथा गांव खरखडा निवासी विरेंद्र को गिरफ्तार कर 13 बोतल देसी शराब बरामद की है। इसी प्रकार सीआईए धारूहेड़ा पुलिस ने अदालत द्वारा उद्घोषित करार किए पुलिस टीम पर फायर करके जान से मारने की कोशिश करने तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले थाना धारूहेड़ा में दस साल से फरार चल रहे आरोपी अलवर जिले के मुसरी निवासी उमरदीन को गिरफ्तार किया है। इसी क्रम में बावल थाना पुलिस ने 2015 के कसोला थाना के सड़क दुर्घटना के एक मामले में अदालत द्वारा उद्घोषित करार किए गए आरोपी नूह जिले के सीकर निवासी अरशद को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा की नाईट डोमिनेशन अभियान का उद्देश्य रात में आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाना तथा आपराधिक तत्वों के अंदर कानून का भय पैदा करते हुए आमजन को सुरक्षित रखना है। नाईट डोमिनेशन करने पर आपराधिक और असामाजिक तत्वों में इस बात का भय भी बनता है की वह कोई गलत काम न करें। जिला पुलिस अपराध पर अंकुश लगाने के लिए और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए समय-समय पर इस प्रकार के अभियान चलाती रहेगी।