खाद्य आपूर्ति विभाग के निरीक्षक रमेश चंद शर्मा की तरफ से दी शिकायत में बताया कि जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक की तरफ से 1 दिसंबर को इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह के साथ डिपो स्थल का मुआयना किया गया था। मौके पर डिपो धारक भी नहीं मिला और फोन करने के बाद उसने कॉल भी रिसीव नहीं की। जांच के दौरान आसरा का माजरा के कार्डधारकों के बयान दर्ज किए गए जिसमें उन्होंने बताया कि उनको पीएम योजना के 10 किग्रा प्रति कार्ड कम दिया गया है।
इसके अलावा उसकी तरफ से नवंबर का राशन अटैच गांवों में भी वितरित नहीं किया है। खरखड़ी में भी कार्डधारकों को राशन वितरण नहीं किया गया। आसरा का माजरा में गेहूं व चीनी की मात्रा कम देकर कीमत भी अधिक वसूली गई है। इस प्रकार खरखड़ी के राशन का गबन किया गया है।
बावल थाना पुलिस ने गांव आसरा का माजरा के डिपो होल्डर राजनारायण जाटव के खिलाफ राशन सामग्री का वितरण नहीं करने और पीएम कल्याण योजना के गेहूं वितरित नहीं करने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। साथ ही डिपो होल्डर पर खरखड़ी गांव में राशन वितरण नहीं किए जाने का भी आरोप है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
वहीं डिपो होल्डर ने विभाग की तरफ से की गई कार्रवाई को लेकर बताया है कि उसकी मशीन विभागीय अधिकारियों ने राशन वितरण के लिए दूसरे डिपो होल्डर को दिलाई थी। डिपो होल्डर को अगले दिन मशीन देनी थी लेकिन उसने मशीन नहीं दी। इस वजह से खरखड़ी का राशन वितरण नहीं हो सका।
वहीं विभागीय पोर्टल पर यह राशन स्टॉक में शो कर रहा है तो ऐसे में गबन कैसे हो सकता है। इस बाबत उसकी तरफ से विभागीय नोटिस का भी जवाब दिया गया है। राशन वितरण की स्लिप दी हुई है जिसमें पीएम योजना का गेहूं अंकित है। ओवरचार्ज के आरोप भी गलत है।