मेडिकल छात्रों ने एनटीए के सामने नीट 2021 प्रवेश परीक्षा को फिर से आयोजित करने और सीबीआई जांच की मांग की है। नीट 2021 प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों का कहना है कि 2016 में नीट की स्थापना की गई थी। इसके बाद पहली बार परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है। इन बदलावों को समझने और पेपर पैटर्न के अनुकूल होने के लिए एनटीए को अधिक समय देना चाहिए था।
छात्रों का कहना है कि जो पहले परीक्षा पैटर्न था उसमे अचानक बदलाव के कारण कई छात्र तनाव है क्योंकि जो हर साल पैटर्न आता है उस में प्रश्न पत्र न आकर न्यू पैटर्न में पेपर आना है। छात्रों ने कहा कि हमें नए परीक्षा पैटर्न में खुद को ढालने के लिए कुछ और समय देना चाहिए था।
छात्रों ने कहा कि नीट परीक्षा दौबारा करवाई जाये जिसके लिए उन्होंने कई कारण बताये है
- नीट 2021 प्रवेश परीक्षा से पहले पेपर लीक या धोखाधड़ी का मामला सबसे पहले राजस्थान के एक केंद्र में दर्ज किया गया था और उत्तर कुंजी तैयार करने के लिए पेपर को व्हाट्सएप और अन्य माध्यमों से दूसरे स्थान पर भेजा गया था।
- नीट 2021 की प्रवेश परीक्षा की तारीखें राज्य-स्तरीय सीईटीऔर विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं के बहुत करीब थीं। इस वजह से यात्रा के दौरान छात्रों को विभिन्न समस्याएं का सामना करना पड़ा।
- 7 सितंबर, 2021 को छात्रों ने नीट फेज 2 के आयोजन के संबंध में एनटीए कार्यालय को एक लिखित मसौदा प्रस्तुत किया था और कहा गया था कि 24 घंटे से 48 घंटे के भीतर जवाब दिया जाएगा, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।