औधोगिक कम्पनियो में कार्य करने वाले श्रमिको के लिये योजनाये जिनके बारे में आमजन को सरकार द्वारा कभी जानकारी नही दी जाती है. कैलाश चंद एड्वोकेट ने इस बारे विस्तार से अवगत करवाया है. आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से…
1. कन्यादान योजना 51000/-रुपए की आर्थिक मदद तीन लड़कियों की शादी तक
2. अपंग श्रमिक की कृत्रिम अंग योजना: अपंग श्रमिकों को कृत्रिम अंग खरीदने हेतु साकेत अस्पताल चंडी मंदिर पंचकूला की तरफ से वित्तीय सहायता
3. श्रवण मशीन सहायता ₹5000 तक की वित्तीय सहायता
4. तिपहिया साइकिल योजना ₹7000 तक की वित्तीय सहायता
5. डेंटल केयर सहायता योजना ₹4000 तथा पूर्ण झगड़ा लगवाने पर ₹10000 तक की वित्तीय सहायता
6. एल0 टी0 सी0 योजना प्रत्येक 5 वर्ष में 15 सो रुपए तक की वित्तीय सहायता
7. श्रम कल्याण केंद्र योजना कामगारों की पत्नियों और लड़कियों को श्रम कल्याण केंद्रों में निशुल्क कपड़ों की सिलाई कढ़ाई तथा बुनाई आदि का प्रशिक्षण उपरांत अब प्रत्येक परीक्षार्थी को ₹5000 की वित्तीय सहायता राशि प्रदान की जाएगी.
8. सिलाई मशीन योजना प्रत्येक 5 वर्ष में महिला श्रमिकों को ₹3500 तक की वित्तीय सहायता
9. मुख्यमंत्री श्रम पुरस्कार योजना ₹51000 से ₹200000 तक के श्रेष्ठ कामगारों को पुरस्कार
10. चश्मा योजना प्रत्येक 5 वर्ष में ₹15 तक नजर के चश्मे खरीदने हेतु वित्तीय सहायता
11. नंबर साइकिल योजना प्रत्येक 5 वर्ष में ₹3000 तक की साइकिल खरीदने हेतु वित्तीय सहायता
12. स्कूल की वर्दी किताबें कापियां योजना कक्षा 1 से 12 तक लड़कों व लड़कियों के लिए ₹3000 से ₹4000 तक की सहायता
13. छात्रवृत्ति योजना ₹5000 से 16000/- रुपए तक की सहायता
14. श्रमिकों के बच्चों को खेलों के प्रति प्रतिभा को विकसित करने पर 2000 रुपए से ₹31000 तक की वित्तीय सहायता
15. श्रमिकों के बच्चों की सांस्कृतिक क्षेत्र में प्रतिभा को विकसित करने बारे 2000 रुपए से ₹31000 तक की सहायता
16. प्रसूति योजना स्वयं महिला कामगार तथा कामगारों की पत्नियों को ₹10000 तक की सहायता
17. औद्योगिक श्रमिकों के अपंग, मूक बाधिर, अंधेपन, तथा मंदबुद्धि बच्चो को वित्तीय सहायता योजना 20000 रुपए से 30000/- तक प्रतिवर्ष वित्तीय सहायता
18. मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा संस्था में ड्यूटी के दौरान म्रत्यु पर 5 लाख रुपये, मृतक कामगारो की विधवाओं / आश्रितो तथा अपंगता पर 100000 से 150,000/- रुपए तक कि वित्तीय सहायता,
19. मृतक कामगारों की विधवाओं /आश्रितो को दाह संस्कार योजना- 15000 रु की वित्तीय सहायता किसी भी स्थान पर किसी भी कारण से श्रमिक की म्रत्यु होने पर दाह सस्कार हेतु सहायता दी जाती है
21. कामगारों की सेवा के दौरान दुर्घटना या अन्य कारण से अपंगता होंने पर सहायता राशि योजना 100000 से 150,000/- रुपये तक कि वित्तीय सहायता
22. खेल -कूद प्रतियोगता योजना श्रमिकों को खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया जाता है तथा विजेता खिलाड़ियों को इनाम दिया जाता है तीन नई योजनाओं का
23. संचालन शगुन योजना श्रमिकों के लड़कों के अविवाहित कामगारों की शादी पर शगुन के तौर पर ₹21000 की वित्तीय सहायता व्यवसाय यूपीएससी कोचिंग योजना श्रमिकों के वर्षों में प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग के लिए ₹20000 तक यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा तैयारी हेतु बच्चों को ₹100000 की वित्तीय सहायता
24. श्रमिक कल्याण पुरस्कार श्रमिको को अधिक से अधिक श्रम कल्याण योजनाओ का लाभ दिलवाने वाले प्रबन्धको को श्रमिक कल्याण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. जिसके अंतर्गत 2 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार, 1 लाख रुपए के दो द्वितीय पुरस्कार तथा 51 हजार रुपए के तीन तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे.
अधिवक्ता ने बताया कि आज हमारे देश मे वृद्धजनों के सम्मान हेतु उनको काफी अधिकार दिए गए हैं कि अगर बच्चे अपने वृद्ध माँ बाप की सेवा नही करते हैं तो पूर्वजो की सम्पति में बच्चो का कोई हक नही है बल्कि बुजुर्ग अपने बच्चो से प्रत्येक माह 10,000/- मासिक खर्च भरण पोषण के ले सकते है.
इसी प्रकार महिलाओ के अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया और बताया कि आज सरकार ने महिलाओ को प्रत्येक क्षेत्र में आगे लाने के लिये उनको अधिकार दे रही है. आज महिलाओ की सुरक्षा हेतु पुलिस हेल्प लाइन को ओर अधिक अलर्ट कर दिया है. कानून में भी प्रावधान कर दिया है कि महिलाओ पर अत्याचार हो तो उनको न्याय जल्दी मिले इसके लिये फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बना दिये हैं.