जांचकर्ता ने बताया कि 25 अगस्त को कापड़ीवास निवासी दीपक कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उनका कैंटर वाहन ट्रक यूनियन कापड़ीवास मे खड़ा किया। शाम के समय कैंटर वहां से गायब मिला जिसके बाद उसका जीपीस चेक किया तो वह 24 अगस्त की रात से ही बंद मिला। इस पर उन्होंने यूनियन के ड्राइवर पर चोरी का आरोप लगाते हुए उसमें लादी हुई प्लास्टिक पायलट सामान बिक्री करने का आरोप लगाया था।
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू करते हुए जांच शुरू की तो दाताराम की बातचीत आरोपी से हुई मिली। इसी आधार पर पुलिस ने दाताराम को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया। उसने बताया कि पाईका बाड़ा निवासी कमलेश से उसकी मुलाकात थी। उसने फोन करके बताया कि एक गाड़ी कटवानी है। जिसके बाद वह 25 अगस्त की सुबह राजगढ़ ट्रक लेकर पहुंच गया था। नया कैंटर होने पर उन्होंने गाड़ी को पहाड़ों में छिपा दिया।
इसके बाद पुलिस ने कमलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी चालक दीपक से मुलाकात थी। राजगढ़ पहुंचने के बाद दाताराम ने कैंटर को जिला दौसा निवासी मिथलेश मीणा और उसके साथ योगेश को मिले। मिथलेश ने उसके सामने गाड़ी को कटवा दिया और इसकी एवज में 2.30 लाख रुपए देने थे जो कि अभी तक नहीं मिले हैं। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके कैंटर का स्क्रैप बरामद कर लिया है।