कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को रेवाड़ी जिले में रोहड़ाई मोड पर किसान पंचायत आयोजित हुई, जिसमें काफी किसान एकत्रित हुए। इस दौरान निर्णय लिया गया कि 27 सितंबर को भारत बंद को सफल बनाने के लिए रेवाड़ी में ही 5 और जगह पंचायतें की जाएंगी। उसके बाद एक बड़ी महापंचायत होगी, जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी। इसके साथ ही भारत बंद के दौरान टोल भी बंद किए जाएंगे।
रोहड़ाई पंचायत को देखते हुए रेवाड़ी पुलिस ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए हुए थे। पंचायत के आसपास काफी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे।
शुक्रवार सुबह रेवाड़ी के गांव रोहड़ाई मोड़ पर भारतीय किसान मजदूर के बैनर तले पंचायत हुई। करीब 3 घंटे चली पंचायत में 27 सितंबर को भारत बंद को लेकर कई निर्णय लिए गए। किसानों के समर्थक कामरेड राजेन्द्र सिंह ने कहा कि यह पंचायत इसलिए आयोजित की गई हैं, क्योंकि पहले केन्द्र सरकार ने बगैर किसानों की बात सुने कृषि कानून पास कर दिए। उसके बाद हरियाणा सरकार ने बगैर किसानों की राय जाने भूमि अधिग्रहण कानून पास कर दिया। इससे साफ है कि सरकार किसानों को दोनों हाथों से लूटना चाहती है।
कामरेड ने कहा कि सरकार के खिलाफ रेवाड़ी में आने वाले दिनों में 5 पंचायतें आयोजित की जाएंगी। 12 सितंबर को रेवाड़ी के रामगढ़, 18 को गांव मूंदी, 19 को डहीना, 22 को श्योराज माजरा व 24 को बेरली में पंचायत होगी। उसके बाद एक जगह पर महापंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें कई बड़े निर्णय लिए जाएंगे। जिस तरह प्रदेश सरकार के इशारों पर करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ वह निंदनीय है। सरकार लोकतंत्र का गला घोंटना चाहती है।
किसान लाठीचार्ज के विरोध में करनाल में जिला सचिवालय का घेराव करने पहुंचे थे, लेकिन सरकार ने कश्मीर की तरह प्रदेश के 5 जिलों में नेटबंदी कर दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों से घबराई हुई है। सरकार को हर हाल में इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करना होगा। अगर सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो किसान भी किसी भी कीमत पर घर नहीं लौटेंगे। यह पंचायत पूरी तरह शांतपूर्ण रही। पंचायत खत्म होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।