जनप्रतिनिधि सम्मेलन में संबोधित करते हुए देवेंद्र सिंह बबली ने नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि गांव की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्राथमिकता के आधार पर प्रस्ताव बनाकर भेजें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की पंचायतों से मिलने वाले प्रस्तावों को बिना किसी देरी के आगे बढ़ाने का काम करें। सम्मेलन में विकास एवं पंचायत मंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों को जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य करते हुए ‘शपथ गांव के विकास की’ दिलवाई।
सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को ग्राम पंचायत संस्थाओं में भी करें लागू : बबली
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को ग्राम पंचायत संस्थाओं में भी लागू करने की शपथ नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को दिलवाते हुए बिना भेदभाव के कार्य समान विकास की विचारधारा से करवाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की सोच है कि मूलभूत सुविधाएं घर-घर तक पहुंचे ऐसे में बतौर पंचायत प्रतिनिधियों के रूप में आप सभी को अपना दायित्व निभाते हुए आगे बढ़ना है।
स्वच्छ भारत मिशन में पंचायतों का महत्वपूर्ण योगदान : बबली
विकास एवं पंचायत मंत्री बबली ने पंचायत प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाने का काम करें और स्वच्छता की दिशा में सार्थक कदम बढ़ाते हुए श्रमदान अवश्य करें और गांव को स्वच्छ बनाकर सुखद वातावरण की परिकल्पना को साकार करें।
उन्होंने कहा कि गांवों को स्वच्छ बनाने के लिए एक टीम वर्क के साथ गांवों का सर्वांगीण विकास करवाएं। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति सौ-सौ अन्य सदस्यों को भी अपने साथ जोड़ें। स्वच्छता अपनाते हुए स्वच्छ भारत मिशन में पंचायतों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर कूड़े को उठाने के लिए सरकार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि गांव में भी शहरों जैसी मूलभूत सुविधाएं मिले, जनता के पैसे का सदुपयोग पूरी ईमानदारी के साथ विकास कार्यों पर खर्च किया जाए। उन्होंने कहा कि कि अब शहरों की तर्ज पर गांवों में भी क्लस्टर बनाकर कूड़ा प्रबंधन का कार्य किया जाएगा।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से गांव में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने, जल संरक्षण पर ध्यान देने की अपील की। पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से आने वाले समय में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। प्रत्येक गांव में स्टेडियम, ग्राम सचिवालय में टेक्नोलॉजी की सुविधा से जोड़ेंगे जिससे सरपंच हाईटेक होंगे और गांव में बैठकर चंडीगढ़ के अधिकारियों से संपर्क कर सकेंगे।
गांवों में होंगे ये विकास कार्य
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि आने वाले 2 साल में हमें मिलकर बहुत बड़ा बदलाव करना है। सभी गांवों में लाइब्रेरी बनाई जाएंगी। वहीं पर महिलाओं के लिए बैठने के लिए व्यवस्था होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में अब युवा अपने गांव में ही यूपीएससी की तैयारियां कर सकेंगे वहां पर स्मार्ट बोर्ड में ई लाइब्रेरी खोली जाएंगी।
जिन गांवों में पुराने पंचायती भवन या समाज द्वारा बनाई गई कोई इमारत है तो उसका सौंदर्यीकरण करके मैरिज पैलेस की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव में फिरनियों को पक्का किया जाएगा। इसके साथ सोलर लाइट लगवाने का काम भी किया जाएगा। वहीं मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भी ग्रामीण योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष फोकस रहेगा। इसके लिए सभी गांव में एक निगरानी कमेटी बनाई जाएगी। ई टेंडरिंग के माध्यम से विकास कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि जनता ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है उस पर खरा उतरे तथा संविधान के अनुसार विकास कार्य करवाएं।
विधायक कोसली लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण तथा पिछड़ा वर्ग को 8 प्रतिशत आरक्षण देकर महिला सशक्तिकरण व पिछड़ा वर्ग के कल्याण एवं उत्थान का कार्य किया है।