मूल रूप से पानीपत (Panipat) के गांव बबैल और हाल में वार्ड नंबर-6 स्थित भारत नगर के रहने वाले महाबीर अहलावत और उनके परिवार ने इंसान और पशु प्रेम की अनूठी मिसाल पेश की है. उन्होंने अपने 15 वर्षीय पालतू कुत्ते शेरू की मौत (Death of Dog) पर उसकी आत्मा की शांति के लिए हवन करवाया. दोबारा उनके घर ही आने के लिए पूजा अर्चना की. साथ ही शेरू की सत्रहवीं मनाते हुए लोगों को हलवा-पूड़ी का भोज करवाया.
बता दें कि हरियाणा के पानीपत जिले के गांव बबैल निवासी महाबीर सिंह और उनके ने उनके पालतू कुत्ते शेरू की मौत के बाद रविवार को उसकी सत्रहवीं का भोज आयोजित किया गया. इससे पूर्व हवन और पूजन की रस्म भी अदा की. शेरू के मालिक महावीर अहलावत ने बताया कि 15 साल पहले वो 15 दिन के शेरू को घर लाये थे. पालतू कुत्ते ने वफादारी से मालिक के घर कारोबार की चौकीदार की तरह रखवाली की, लेकिन जब शेरू की मौत हुई तो तेरहवी की जगह 17 दिन बाद सत्रहवीं का आयोजन करवाया गया और पूरे गांव को भोज करवाया. परिवार वालों ने शेरू की आत्माशांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
पालतू कुत्ते शेरू की मौत पर उसकी आत्मा की शांति के लिए हवन करवाया. दोबारा उनके घर ही आने के लिए पूजा अर्चना की. साथ ही शेरू की सत्रहवीं मनाते हुए लोगों को हलवा-पूड़ी का भोज करवाया. खास बात यह है कि इस हवन, पूजा और भोज में महाबीर के परिवार के साथ उनके रिश्तेदार और पड़ोसी भी शामिल हुए. सभी ने शेरू की वफादारी के बारे में बताया. सभी ने शेरू की फोटो पर पुष्प अर्पित करते हुए उसे श्रद्धांजलि भी दी.