हरियाणा में परिवार पहचान पत्र के द्वारा परिवारों का डाटा इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि जनता तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा सकें. लेकिन अब ये परिवार पहचान पत्र वाकई कई लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है. यह हम इस वजह से कह रहे है क्योंकि इसमें कुछ गलतियाँ है जैसे किसी की उम्र, इनकम गलत डाली हुई है. अब ऐसा ही मामला करनाल से सामने आया है जिसमें एक छात्रा के परिवार की इन्कम को 9 करोड़ कर दिया गया है जिससे अब छात्रा को नौकरी के लिए आवेदन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
परिवार की इनकम हुई 9 करोड़ रूपये
दरअसल करनाल से एक मामला सामने आया है जिसमें एक छात्रा के परिवार की आय 9 करोड़ रूपये हो गई। उंचा समाना गाँव की रहने वाली सोमन नौकरी के लिए आवेदन कर रही थी लेकिन जब उन्होंने पोर्टल खोला तो उन्हें अपने परिवार की आय 9 करोड़ शो हो गई। सोमन ने बताया कि उनकी आय 1 लाख 36 हज़ार थी और उन्होंने कभी इसे नहीं बदलवाया है। हालांकि इसके बाद वे कई सीएससी केन्द्रों में भी गईं लेकिन उन्हें एडीसी के पास भेज दिया गया। लेकिन एडीसी कार्यालय में उन्हें कहा गया कि आय ठीक होने का कोई प्रावधान नहीं किया गया है तब सोमन ने इस समस्या को डीसी निशांत यादव को बताया और उनसे इस समस्या का समाधान करने की भी अपील की।
नहीं मिली स्कॉलरशिप
नीलोखेड़ी निवासी मानी देवी को भी उम्र से संबन्धित समस्या आई। दरअसल परिवार पहचान पत्र, आधार कार्ड और वोटर कार्ड में मानी देवी की जन्मतिथि 1956 थी लेकिन जब वे बुढ़ापा पेंशन के लिए सीएससी गईं तो वहाँ परिवार पहचान पत्र में उनकी उम्र 1963 मिली जिसके बाद वे भी पेंशन के लिए आवेदन नहीं कर पाईं। निशा रानी के मुताबिक उन्हें भी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करना था लेकिन परिवार पहचान पत्र में उनका नंबर ही गलत था। निशा का कहना है कि उन्होंने सही सही दर्ज कराया था। निशा कई बार शिकायत भी कर चुकी हैं लेकिन उनकी परेशानी हल नहीं हो पाई है। एडीसी कार्यालय ने निशा से कहा कि रजिस्टर नंबर पर आया ओटीपी जब तक नहीं बताया जाएगा तब तक ये नंबर बदला नहीं जा सकता।