अगर आपके पास किसी अंजान लड़की का फोन आयें और वो आगे से दोस्ती का हाथ बढ़ाएं… तो जरा सावधान हो जाएँ, क्योंकि आजकल लडकियाँ पहले दोस्ती के जाल में फंसाती है और फिर मौका पाकर आपके साथ ऐसी वारदात कर देती है. जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा.
ये हम इसलिए कह रहे है क्योंकि रेवाड़ी पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में एक लड़की सहित उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस पूछताछ कर रही है कि वो अबतक कितने लोगों को अपना शिकार बना चुके है. रेवाड़ी पुलिस के हत्थे चढ़ी से लड़की और उसके तीन साथियों ने एक युवक को पहले अपने जाल में फंसाया , फिर लड़की ने मिलने के लिए रूम पर बुलाया , तभी लड़की के तीन साथियों ने युवक के कपड़े उतरवाकर बंधक बनाया और फिर डिजिटल ट्रांजेक्शन कराकर एक लाख 79 हजार रूपए अपने खातों में ट्रांसफर करा लिये.
बता दें कि महेद्रगढ़ जिले के रहने वाले रामबीर नाम के युवक के पास कुछ दिन पहले एक अंजान लड़की का फोन आया था. फोन आने के बाद बातचीत शुरू हुई और दोनों ने एक दुसरे को अपना परिचय देकर व्हाट्सएप पर फोटो भी शेयर की ..करीबन दस दिन की बातचीत के बाद दोनों में मुलाक़ात का वक्त तय हुआ.
लड़की ने रामबीर को रेवाड़ी के आईओसी चौक पर मिलने के लिए बुलाया ..जहाँ से लड़की रामबीर को ढालियावास स्थित एक कमरे पर ले गई. जहाँ थोड़ी देर बाद ही तीन लड़के रूम पर आयें .. जिन्होंने लड़की को बाहर निकालकर उसे रूम में बंधक बना लिया . और कपड़े उतरवाकर वीडियो भी बना ली. साथ ही आरोपियों ने उसे झूठे रेप केस में फंसाकर वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी थी.
इस दौरान रामबीर को डरा धमकाकर अलग –अलग डिजिटल ट्रांजेक्शन करके एक लाख 79 हजार रूपए ऐंठ लिये. जिसके बाद आरोपियों में से एक लड़का रामबीर को पायलेट चौक पर छोड़कर चला गया. इस घटना के बाद रामबीर ने 14 जनवरी को मॉडल थाना पुलिस को शिकायत दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जाँच शुरू की.
जिसके बाद रेवाड़ी पुलिस ने दो आरोपियों को प्रतापगढ़ , एक आरोपी को दिल्ली से और लड़की को रेवाड़ी से गिरफ्तार कर लिया है. पकडे गए सभी आरोपी भी महेद्रगढ़ जिले के रहने वाले है. पुलिस का कहना है कि एक साजिश के तहत रामबीर का नम्बर महिला को शेयर करके ये फंसाने का जाल बिछाया गया था. जिस व्यक्ति ने नंबर शेयर किया था उसे भी जल्द गिरफ्तार किया जायेगा.
फिलहाल आरोपी लड़की सहित 4 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. जिन्हें अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड लिय जायेगा. ताकि आरोपियों से पूछताछ की जा सकें कि वो अबतक कितने लोगों को अपना शिकार बना चुके है और कब से ऐसी वारदातें कर रहे है.