दिल्ली स्थित कार्यालय जाते वक्त कैप्टन अजय सिंह यादव ने पुलिस से खूब कहा कि उनका एआईसीसी में कार्यालय है उनको जाने दिया जाए लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा कैप्टन अजय सिंह को नही जाने दिया। कैप्टन अजय सिंह ने पत्रकारों से कहा कि वे कांग्रेस पार्टी ओबीसी विभाग के चेयरमैन हैं और अपने कार्यालय में जाना चाह रहे हैं लेकिन भाजपा की डरपोक सरकार ने दिल्ली पुलिस को आगे किया हुआ है और दिल्ली पुलिस हमारे साथ दुव्यवहार कर रही है बतमीजी कर रही है और बहुत बडे अपराधियों की तरह जबरन बसों में बिठाकर हिरासत में ले लेती है और सारा दिन थाने में ही रखती है यह सरेआम लोकतंत्र की हत्या है।
उन्होंने कहा कि देश में अघोषित एमेरजेंसी लगी हुई है। लेकिन मैं डरने वाला नही हूं मैं असली यदुवंशी हूं। यादव ने बताया कि भाजपा के ईसारे पर दिल्ली पुलिस एआईसीसी कार्यालय में जाकर हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले रही है। देश में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नही बची है आज के दिन कांग्रेस के लोग शांति पूर्वक तरीके से अपने कार्यालय तक नही जा सकती है, इतना ही नहीं कांग्रेसी नेताओं को घरों में ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
कैप्टन अजय सिंह ने बताया कि एक तरफ भाजपा द्वारा हमारे नेता राहुल गांधी जी को तंग किया जा रहा है और दूसरी तरफ हमारी देश की सेना में जवानों को भी ठेके पर लेने का निर्णय लिया जा रहा है। उन्होंने भाजपा की अग्निपथ योजना को सेना के तीनों अंगों की गरिमा और अनुशासन के साथ खिलवाड़ करार दिया और कहा कि सरकार का यह कदम सेना की कार्यक्षमता और निपुणता से समझौता करने वाला है।
मात्र 4 साल के लिए ठेके पर भर्ती होने वाले युवाओं का भविष्य क्या होगा। हमारे एक तरफ पाकिस्तान की सीमा और दूसरी तरफ चीन की सीमा है तो क्या नियमित भर्ती पर पाबंदी लगाकर चार साल की ठेके की भर्ती करना देशहित में है। कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि मैं भी एक फौजी रहा हूं, भाजपा द्वारा सेना के साथ समझौता किया जा रहा है जोकि सरकार गलत है। तीनों सेनाओं में लगभग ढाई लाख से अधिक पद खाली पड़े हैं। ऐसे में क्या चार साल की कॉन्ट्रैक्ट भर्ती से सेना की रेग्युलर भर्तियों की आवश्यकता पूरी हो सकती।