35वां इंटरनेशनल सूरजकुंड मेला इस बार 19 मार्च से 4 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इसके बारे में हरियाणा पर्यटन विकास निगम के प्रधान सचिव एवं सूरजकुंड मेला अथॉरिटी के वाईस चेयरमैन एमडी सिन्हा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की इस गतिविधि को धूमधाम से साथ आयोजित किया जाएगा। मेले को लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वे रविवार को सभी विभागों के साथ मेले की समीक्षा के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया की इस बार मेले का स्टेट पार्टनर जम्मू एवं कश्मीर रहेगा और कंट्री पार्टनर उजबेकिस्तान को रखा गया है।
जानें क्या खास रहेगा इस बार
सांस्कृतिक मंच के लिए भी अब तक 17 देशों के कलाकारों ने अपनी सहमति भेजी है। मेले देश के सभी राज्यों की भी कला एवं संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी और देशभर के हस्तशिल्पी अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए पहुंच रहे हैं। पिछले साल ही तरह इस बार भी 1100 स्टाल लगाई जाएंगी।इस बार मेले में 35 देश हिस्सा लेंगे जिनमे से 30 देशो को आने की अनुमति दे दी गई है। कार्यक्रम स्थल पर छोटी चौपाल व बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहेंगे। यहां देश व विदेश के कलाकारों के अलावा स्कूली बच्चे भी अपनी प्रस्तुती देंगी। बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी। इसके साथ ही मोबाईल एटीएम व विदेशी मुद्रा बदलने की सुविधा भी होगी। मेला स्थल पर अस्थाई डाकघर भी स्थापित किया जाएगा।
कितने रूपए में मिलेगी टिकिट
बताया जा रहा है कि इस बार पेटीएम के सहयोग से टिकटों की बुकिंग की जाएगी। पर्यटकों को कोई असुविधा न हो इसके लिए पार्किंग पास के साथ ही मेले की टिकट की बुकिंग की जाएगी। मेले की टिकट आम दिनों में 120 रुपये और शनिवार व रविवार को 180 रुपये रखी गई है। प्रत्येक टिकट पर बारकोडिंग की व्यवस्था होगी। राजकीय स्कूल के बच्चों के लिए मेले में निशुल्क एंट्री रहेगी। इसके साथ ही दिव्यागों को 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। मेले में पांच एंट्री गेट रहेंगे। आम जनता के लिए तीन गेट रहेंगे। एक गेट वीआईपी व एक गेट मीडिया एंट्री के लिए रहेगा। मेला सुबह 12 बजे शुरू होगा और रात 11.30 बजे तक रहेगा। रात को 9 बजे के बाद इंट्री बंद कर दी जाएगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम
सुरक्षा को लेकर पूरा मेला परिसर, पार्किंग स्थल व आस-पास की जगहें सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगी। जिला प्रशासन की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं पुलिस की तरफ से डीसीपी मुख्यालय नितिश अग्रवाल को पुलिस की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। मेला परिसर में एक अस्थाई पुलिस लाइन भी बनाई जाएगी। यहां प्रतिदिन 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी। मेला क्षेत्र की ड्रोन से मैपिंग करवाई जा रही है और इस स्थल को 18 अलग-अलग सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा। मेले में प्रतिदिन कितने पर्यटक आएंगे, पार्किंग में कितने वाहन हैं, टिकट बुकिंग व अन्य व्यवस्थाओं के लिए एक एप भी विकसित किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि प्रत्येक गेट पर पर्यटकों का टेंपरेचर करने व सुरक्षा जांच की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की दो अतिरिक्त डिस्पेंसरी भी बनाई जाएंगी और आठ एंबुलेंस लगातार यहां ड्यूटी पर रहेंगी। मेला स्थल पर कोविड.19 टीकाकरण कैंप भी लगाया जाएगा।