Home पुलिस हरियाणा में आस्था एक बार फिर हुई शर्मसार, नशे की गोलियां खिलाकर...

हरियाणा में आस्था एक बार फिर हुई शर्मसार, नशे की गोलियां खिलाकर साध्वी से किया दुष्कर्म

71
0

हरियाणा में आस्था एक बार फिर हुई शर्मसार, नशे की गोलियां खिलाकर साध्वी से किया दुष्कर्म

हरियाणा के लोगो की आस्था के साथ एक बार फिर खिलवाड़ हुआ है. आस्था के साथ खिलवाड़ का ऐसा ही एक मामला सामने आया है यह मामला महेंद्रगढ़ जिले का है जहाँ एक साधू ने एक साध्वी को नशे की गोलियां खिलाकर दुष्कर्म किया.

 

सूत्रों के मुताबिक महेंद्रगढ़ जिले में जहाँ पर मंदिर में रह रहे साधु ने साध्वी के साथ दुष्कर्म किया है. साध्वी ने आरोप लगाया है कि साधु ने उस नशे की गोलियां खिलाकर करीब पांच दिनों तक दुष्कर्म किया है. इस बारे में पीड़ित साध्वी ने शहर पुलिस थाने में शिकायत दी है. पुलिस (Police) ने पीड़िता की शिकायत पर महेंद्रगढ़ नागरिक अस्पताल में उसका मेडिकल करवाकर मामला दर्ज कर लिया है. वहीं आरोपी साधु दुष्कर्म करने के बाद से फरार है. पुलिस आरोपी साधु को अभी तक नहीं पकड़ पाई है और साधु के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की जा रही है.साध्वी ने बताया की दुष्कर्म के बाद उसे दलीप गिरी महाराज व अन्य लोगों ने मिलकर साध्वी को बस में बैठाकर कहीं पर छोड़ कर आ गए.

हरियाणा में आस्था एक बार फिर हुई शर्मसार, नशे की गोलियां खिलाकर साध्वी से किया दुष्कर्म

साध्वी के गुरु महंत नागा बाबा ने मीडिया को बताया कि ढाणा शनि मंदिर में रहता है. शनि मंदिर में उनके शिष्य ने तपास्या की थी. इसको लेकर 28 जनवरी को जागरण और 29 जनवरी को भंडारे का आयोजन किया था. उन्होंने क्षेत्र के सभी साधु-संतों को निमंत्रण देकर बुलाया था. उस भंडारे में महेंद्रगढ़ शहर के एक मंदिर के साधु दलीप गिरी भी वहां पर पहुंचा था, दलीप गिरी महाराज मंदिर में तीन दिनों तक रुका था.

 

29 जनवरी को दलीप गिरी उसकी चेली व चेले को बोलकर आया कि 2 फरवरी को गांव खरड़ में भंडारा है. वह तो 2 फरवरी को भंडारे में नहीं गया लेकिन दलीप गिरी महाराज साध्वी व उसके चले को गांव खरड भंडारे में ले गया उसके बाद दलीप गिरी महाराज साध्वी व चेले को महेन्द्रगढ़ स्थित एक मंदिर में ले गया. फिर उसने दलीप गिरी महाराज के पास फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. 3 फरवरी को उसने उसके चेले को वापिस भेज दिया और साध्वी को वहां पर ही रख लिया. उसने साध्वी को बोला की नारनौल में भंडारा है. दोनों नारनौल के भंडारे में चले गए.

 

फिर यह दोनों नारनौल भंडारे से शाम के पांच बजे वापिस महेन्द्रगढ़ आ गए. दलीप गिरी महाराज ने साध्वी से पूछा कि जूस पी लो तो साध्वी ने कहा कि वह जूस नही पीती है. फिर उसने साध्वी से कहा कि आरती पूजा कर लो आरती पूजा करके वह बैठ गए. फिर दलीप गिरी महाराज के चेले ने साध्वी को चाय पिला दी. साध्वी को चाय पीते ही चक्कर आ गया .साध्वी ने महाराज से कहा कि उसे चक्कर आ रहा है तो महाराज ने कहा कमरे में जाकर सो जा . वह कमरे में जाकर सो गई. उसके बाद महाराज ने साध्वी के साथ कई बार दुष्कर्म किया.