एलसी नंबर 3 व 59 पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने के लिए सप्ताह बाद टेंडर जारी होने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। रेलवे की ओर से इन दोनों ओवर ब्रिज की ड्राइंग को मंजूरी दे दी गई है। एचएसआरडीसी ने भी अपने हिस्से के टेंडर जारी करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने बताया कि रेलवे अधिकारियों से इस बारे में अनेकों बार चर्चा की गई और अब यह योजना मूर्त रूप लेने जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में पिछले संसद सत्र के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री से अधिकारियों को इस संबंध में सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिलवाए गए थे। उन्होंने कहा कि इन रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद शहरवासियों को काफी राहत मिल सकेगी और यातायात सुगम बन सकेगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पिछले दिनों केंद्रीय रेल मंत्री को अवगत करवाया था कि करीब 2 वर्ष पूर्व प्रदेश सरकार ने अपने हिस्से का पैसा देने की स्वीकृति प्रदान कर दी थी। पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी मंत्रालय की ओर से इस कार्य को हरी झंडी प्रदान करते हुए रेलवे बोर्ड को इसकी मंजूरी के लिए भेजा था। रेलवे बोर्ड ने भी योजना को अपनी मंजूरी दे दी थी लेकिन कार्य में प्रगति नहीं हो पा रही है।
जल्द होगी टेंडर प्रक्रिया शुरू
रेलवे मंत्री ने हाल ही में अपने पत्र के जवाब में बताया कि अधिकारियों को रेलवे ओवरब्रिज बनाने की सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दे दिए गए हैं और जल्दी इसके टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। रेलवे अधिकारियों एचएसआरडीसी के अधिकारियों से कार्य की प्रगति के संबंध में संपर्क किया गया तो जानकारी दी गई है कि सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है और टेंडर की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
गौर योग्य बात है कि शहर स्थित इन रेलवे फाटक पर ओवरबिज बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इन फाटक के बंद होने के बाद रेवाड़ी शहर की अनेक कॉलोनी के लोग परेशानी का सामना करते हैं, रेवाड़ी की ओर आने वाले अनेक लोगों को घंटों तक फाटक पर खड़ा रहना पड़ता है।
रेवाड़ी शहर की सूरत बदलने के लिए लगातार प्रयासरत
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि वे रेवाड़ी शहर की सूरत को बदलने के लिए लगातार प्रयासरत है और इसी का नतीजा है कि रेलवे विभाग की ओर से पिछले दिनों शहर के डबल फटक अंडर पास का तोहफा मिला था जो जनता को समर्पित किया जा चुका है। राव ने कहा कि भाडावास फाटक पर ओवरब्रिज व अंडरपास की मंजूरी मिलने के बाद वहां काम काफी तेजी से चल रहा है।