UPSC 2023: यूपीएससी में बिहार और हरियाणा के दो युवाओं द्वारा 44वीं रैंक हासिल करने के दावे में हरियाणा के तुषार कुमार का दावा झूठा निकला है। यूपीएससी ने आज प्रेसनोट जारी करके स्थिति स्पष्ट करते हुये कहा है कि रेवाड़ी के तुषार कुमार ने फर्जी तरीके से ये दावा किया था। जबकि यूपीएससी की तरफ से कहा गया है कि दो परीक्षार्थी का एक रोल नंबर जारी करने की गलती नहीं की जा सकती है।
यूपीएससी ने कहा रेवाड़ी के तुषार का ये था रोल नंबर
यूपीएससी ने प्रेसनोट जारी करके कहा है कि हरियाणा के रेवाड़ी से तुषार पुत्र बृजमोहन ने सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2022 के लिए आवेदन किया था। उन्हें इस परीक्षा के लिए रोल नंबर 2208860 आवंटित किया गया था। . वह प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुआ और उसने सामान्य अध्ययन पेपर-I में माइनस 22.89 (यानी-22.89) अंक और सामान्य अध्ययन पेपर-II में 44.73 अंक प्राप्त किए। परीक्षा नियमों की आवश्यकता के अनुसार, उन्हें पेपर- II में कम से कम 66 अंक प्राप्त करने की आवश्यकता थी। इस प्रकार, तुषार प्रारंभिक परीक्षा के चरण में ही अनुत्तीर्ण हो गए हैं और वह परीक्षा के अगले चरणों में आगे नहीं बढ़ सका।
बिहार के तुषार कुमार को मिली 44वीं रैंक
यूपीएससी ने साथ ही यह पुष्टि की है कि तुषार कुमार पुत्र अश्विनी कुमार, बिहार राज्य के रोल नंबर 1521306 वाले वास्तविक उम्मीदवार हैं, जिन्हें यूपीएससी द्वारा 44वीं रैंक के लिए अनुशंसित किया गया है। आपको बता दें कि बिहार के तुषार कुमार ने रेवाड़ी के तुषार कुमार के खिलाफ सबन्धित एसपी को कानूनी कार्रवाई करने को लेकर शिकायत भी दी हुई है।