हरियाणा सरकार भले चहुँमुखी विकास करने का दावा करती हो लेकिन हकीकत उस से बिलुकल उलट है. जिसका बड़ा उदाहराण रेवाड़ी का बदहाल सेक्टर-5 शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है. जहाँ सरकार के सभी दावे खोखले साबित हो रहे है. और लाखों रूपए खर्च करने के बावजूद व्यापारी त्रस्त है. हालात ये है कि बार –बार शिकायत करने के बावजूद गूंगे –बैहरे और अँधे शासन प्रशासन की नींद है टूट ही नहीं रही है.
पीतल नगरी और अहिरवाल के लंदन के नाम से पहचाने जाने वाले रेवाड़ी शहर के सेक्टर 5 शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के हालात इतने खस्ता है कि कोई कह ही नहीं सकता कि ये सेक्टर की मार्किट है. ना यहाँ सड़क है, ना पानी है, गंदगी का अम्बार लगा है, बेसहारा पशुओं का जमावड़ा रहता है और शाम होते ही सेक्टर-5 शॉपिंग कॉम्प्लेक्स असामाजिक तत्वों ठिकाना बन जाता है.
आपको बता दें कि शहर के बिलकुल बीचों-बीच बीएमजी मॉल के सामने वर्षों पहले ये मार्किट बनाई गई थी. जहाँ लाखों रूपए खर्च करके लोगों ने भविष्य के लिए एससीओ ख़रीदे थे. लेकिन वर्षों बाद भी यहाँ के हालात जस के तस बने हुए है. तस्वीरों में आप देख सकते है कि सड़क का नामोनिशान नहीं है. चारों तरफ गंदगी है. प्रशासन द्वारा किये जाने वाले इंतजामों के नाम पर कुछ नहीं है.
बार –बार शिकायत के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ तो स्थानीय दुकानदार ने सूचना के अधिकार कानून के तहत जवाब भी मांगा लेकिन उसका जवाब भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने नहीं दिया. स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि नगर परिषद् कहती है कि ये एचएसवीपी का काम है और एचएसवीपी फंड ना होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड रहा है.
ऐसे में आप समझ सकते है कि सरकार की कथनी और करनी में कितना फर्क है. विभिन्न तरह के टेक्स के नाम पर व्यपारियों से चार्ज तो लिया जा रहा है लेकिन सर्विस के नाम पर कुछ दिया नहीं जा रहा है.