रेवाड़ी: जिले की नहरों के सुधारीकरण व उनके पानी की क्षमता को बढ़ाने के लिए ₹28 करोड़ का बजट मंजूर हुआ है। यह जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि नहरों के सुधारीकरण पर बजट खर्च होने के बाद जिले के नेहरों की क्षमता को बढ़ाया जाएगा और लीकेज को भी कम किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि नहरों के सुधारीकरण के बाद टेल तक पानी पहुंचाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिले की नेहरों के सुधारीकरण के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दूरभाष पर बात कर जिले की नहरों के लिए बजट स्वीकृत करने को कहा था। राव ने कहा कि नेहरों के सुधारीकरण के बाद पूरा पानी क्षेत्र को मिलने की उम्मीद है।
इन नहरों का किया जायेगा सुधारीकरण
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जिले की नौ नहरोंका सुधारीकरण ₹28 करोड़ की लागत से किया जाएगा। इन नहरों में बावल डिस्ट्रीब्यूटर की करीब 10 किलोमीटर लंबी नहर का सुधारी करण साढ़े पांच करोड़ रुपए में किया जाएगा। इस नहर से खेड़ा मुरार, बावल हरचंदपुर,बालावास, रूध कालडावास, आसरा का माजरा व मोहम्मदपुर आदि गांव को लाभ होगा। कमालपुर डिस्ट्रीब्यूटर की करीब 10 किलोमीटर लंबी नहर का कार्य साढ़े पांच करोड़ में पूरा किया जाएगा इस योजना से देवलावास, कमालपुर, हरीनगर, बिठवाना धमलावास, डालियाकी, रामपुरा के लोगों को लाभ मिलेगा। झाबुआ डिस्ट्रीब्यूटर की मरम्मत करीब 2 करोड रुपए में की जाएगी जिससे बावल, मंगलेश्वर, दूल्हेडा कलां गांव को लाभ होगा। किशनपुर माइनर का सुधारीकरण सवा करोड़ रुपए में होगा इससे किशनपुर , रणसी माजरी गांव को लाभ मिलेगा।
भाड़ावास सब माइनर पर करीब 60 लाख खर्च किए जाएंगे इससे ठोठवाल, डालियाकी, दाना आलमपुर गांव को लाभ मिलेगा। हसनपुर माइनर पर करीब ₹45 लाख खर्च किए जाएंगे इससे बावल ढाणी के लोगों को लाभ मिलेगा। निखरी डिस्ट्रीब्यूटर के सुधारीकरण पर करीब 7 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे इससे रेवाड़ी, कालका , मांढैया कला , बाम्बड, मुरादपुरी, खड़ंगवास, डूंगरवास, रसगन व मसानी के गांव को लाभ मिलेगा। जैतपुर डिस्ट्रीब्यूटर पर करीब सवा चार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे इससे रेवाड़ी, कुतुबपुर, बीजेडी, हांसाका, सालियर कलां, जोनावास, बुढ़ाना, बुढानी, तातारपुर , जोनावास , गोकलगढ़ रोजका गांव को लाभ मिलेगा।
राव ने कहा कि जिले की इन नहरोंपर ₹28 करोड़ खर्च होने के बाद नहरों के पानी की क्षमता को बढ़ाया जा सकेगा। इनकी गाद को निकालकर टेल तक पानी पहुंचाने का कार्य सुनिश्चित किया जाएगा ,क्षमता बढ़ने से नहरों में पूरा पानी मिलने लगेगा ।