रेवाडी पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में आज दिनांक 07 दिसंबर 2022 को जिला के गांव बीकानेर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आए दिन हो रहे साइबर फ्रॉड व नशे के खिलाफ जागरूकता के लिए राहगीरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उप पुलिस अधीक्षक अमित भाटिया ने राहगीरी कार्यक्रम में मौजूद सभी स्कूली छात्र-छात्राओं व स्टाफ को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सुरक्षात्मक उपाय सुझाए।
इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा वहां योग का प्रदर्शन किया गया साथ ही पोस्टर मेकिंग व रस्साकसी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला के साइबर थाना प्रभारी राहुल के साथ स्कूल की कमेटी के सदस्य फकीर चंद, प्राचार्य मनोज कुमार व समस्त स्टाफ सदस्य भी मौजूद रहे।
उप पुलिस अधीक्षक अमित भाटिया ने साइबर ठगी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जागरूकता से ही साइबर क्राइम से बचाव संभव है। उन्होंने लोगों को साइबर क्राइम के संबंध में बताया कि कुछ समय से दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आम आदमी का रुझान ऑनलाइन प्रक्रिया की तरफ बढ़ा है। इसके कारण अपराधी साइबर धोखाधड़ी को अनेक माध्यमों से एक संगठित अपराध के रूप में अंजाम दे रहे हैं। इसलिए कुछ सावधानी रखकर खुद को साइबर ठगी से बच सकते हैं।
यातायात नियमों का भी पढ़ाया पाठ
उन्होंने नशे के खिलाफ चलाए गए ड्रग मुक्त अभियान के तहत उपस्थित बच्चों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों से भी अवगत कराया तथा स्वयं को व दूसरों को हमेशा नशे से दूर रखने के लिए शपथ दिलाई जिसमें वहां मौजूद दर्शकों ने शपथ ग्रहण की। साथ ही यातायात नियमों का भी पाठ पढ़ाते हुए कहा कि यातायात नियमों की पालना बहुत जरूरी है।
यातायात नियमों की पालना कर हम अपने व दूसरे के जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं और पर्यावरण के बारे में भी जागरूक किया तथा स्कूली छात्र–छात्रों व अन्य लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना ओटीपी शेयर न करें और न ही किसी अनजान के साथ आधार नंबर, ईमेल आईडी, सत्यापन कोड व अन्य किसी भी तरह की निजी जानकारी साझा करें। किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर जानकारी दें तथा निम्नलिखित सावधानियां रखते हुए साइबर फ्रॉड होने से बचें।
इस तरह रखें सावधानी :–
1.फोन कॉल, एसएमएस या अन्य किसी माध्यम से ओटीपी, यूपीआई पिन, एटीएम पिन और सीवीवी किसी के साथ भी शेयर न करें ।
2.एसएमएस व वाट्सअप के माध्यम से आए किसी भी लिंक को क्लिक न करें ।
3.यह ध्यान रखना चाहिए कि जब भी कोई पैसे भेजता है तो धनराशि अपने आप खाता में जमा हो जाती है। किसी के भी कहने पर रिमोट एक्सेस एप जैसे क्यूक सपोर्ट, एनीडेस्क, टीम विवर, एंड्रायड आदि को प्ले स्टोर से डाउनलोड न करें और न ही इनके आईडी व पासवर्ड किसी से शेयर करें ।
4.फोन, ईमेल, एसएमएस या व्हाट्सएप पर आए नौकरी, लाटरी जैसे विज्ञापनों पर विश्वास न करें।
5.एटीएम से पैसे निकालते या जमा करते समय किसी भी अनजान व्यक्ति की सहायता न लें। अपने एटीएम पिन को समय समय पर बदलते रहें।
6.फोन और ऐप को हमेशा नए वर्जन के साथ अपडेट रखें और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जरूरत से ज्यादा निजी जानकारियां शेयर न करें।
7.किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर तुरंत साइबर हेल्प डेस्क नंबर 1930, अपने बैंक तथा नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दें और साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड कराएं।