रेवाड़ी की अनाज मंडी में किसान बाजरा ओनेपोने दाम पर बेचने को मजबूर है और सरसों की फसल की बिजाई करने के लिए खाद की कमी की समस्या भी किसानों को झेलनी पड़ रही है. कांग्रेसी नेता व् पूर्व मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव ने भी आज अनाज मंडी पहुंचकर किसानों की आवाज उठाई और बीजेपी सरकार पर जुबानी हमला बोला …कप्तान अजय ने कहा कि बाजरे का एमएसपी 2250 रूपए सरकार ने निर्धारित किया हुआ है . लेकिन बजारे की सरकारी खरीद सरकार नहीं कर रही है. और मजबूरन किसानों को 1200 से 1375 के बीच बाजरा बेचना पड़ रहा है. इसी तरह से किसानों को डीएपी खाद भी नहीं मिल पा रहा है. खाद लेने के लिए किसानों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है.
कप्तान अजय ने कहा कि सरकार की मनमानी के खिलाफ केवल दक्षिण हरियाणा का किसान ही जागरूक नहीं है. इसलिए यहाँ के किसान भी जाग जाओ वरना जो बाजरे पर 600 रूपए बोनस के सरकार दे रही है . अगली बार वो भी नहीं देगी . यानी अगर सरकार 600 रूपए बोनस किसानों को देती है तो फिर भी किसानों को करीबन 500 रूपए प्रति किवंटल का नुकसान है.
यहाँ आपको बता दें कि दक्षिण हरियाणा में सरसों की सबसे ज्यादा पैदावार किसान करते है. और सरसों की बिजाई के लिए डीएपी खाद की जरूरत किसानों को पड़ती है. लेकिन वो खाद भी लेने के लिए किसानों को धक्के खाने पड़ रहे है. रेवाड़ी की आनाज मंडी में खाद लेने के लिए लगी लाइन ये बताने के लिए काफी है कि किसानों को खाद लेने के लिए किस कदर परेशान होना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि सुबह 5 -6 बजे लाइन में लगने के बावजूद भी उनका नम्बर नहीं आ पा रहा है. कुछ किसानों ने कहा कि वो दो से चार दिन से चक्कर लगा रहे है. लेकिन खाद पर्याप्त मात्रा में नहीं आ रहा है. और ना ही कोई उनकी समस्या की सुनवाई कर रहा है.
रेवाड़ी में किसानों की संख्या ज्यादा और खाद कम मात्रा में आने से किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है . जरुरी है कि खाद प्रयाप्त मात्रा में लाकर किसानों को दिया जाए ताकि वो सरसों की बिजाई कर सकें .