जानकारी के मुताबिक बावल रोड़ पर जिला सचिवालय के पीछे हुडा ग्राउंड जो की सरकारी जमीन है. वहां पर 22 सितम्बर से बिना अनुमति के दशहरा मेला का आयोजन किया गया था. मेले में एंट्री के लिए बकायदा टिकट लगाईं गई थी. सीएम फ़्लाइंग की टीम को सूचना मिली की मेला बिना अनुमति के लगाया गया है. जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की.
जहाँ संचालक कोई अनुमति नहीं दिखा पायें. जिसके बाद टीम ने टिकट को जब्त कर मेले पर रोक लगा दी. जिसके बाद आज ही मेले की अनुमति भी प्रशासन की तरफ से दे दी गई. हालाँकि फायर सेफ्टी सबंधित अन्य प्वाइंट्स पर अभी भी मेले पर रोक लगाईं गई. ऐसे में सवाल ये की आखिर कैसे प्रशासन की नाक के नीचे अवैध रूप से मेले का संचालन किया जा रहा था.
आशंका है कि अधिकारियों की मिलीभगत के चलते मेले का आयोजन कराया गया. बहराल मेले पर अभी रोक लगा दी गई और सीएम फ़्लाइंग की टीम ने उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है और मामले की जाँच की जा रही है.