केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट का ऐलान कर दिया है। बजट में रेलवे को 2.40 लाख करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है जो अभी तक का सर्वाधिक है और वर्ष 2013-14 के बजट से 9 गुना अधिक है। रेल मंत्री ने बताया कि बजट आवंटन से रेल विकास को तीव्र गति मिलेगी और रेलवे यात्रियों को अधिकाधिक सुविधाएं प्रदान करने में सफल होगी।
बजट के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि तेज, सुरक्षित और पारदर्शी ई-टिकटिंग के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे अपनी टिकट जारी करने की क्षमता को 25,000 से बढ़ाकर 2.25 लाख प्रति मिनट और पूछताछ को 40,000 से बढ़ाकर चार लाख प्रति मिनट करने की योजना बना रहा है।
दस गुना बढ़ेगी आरक्षण प्रणाली क्षमता
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आम बजट में रेलवे के आवेदन एवं नये वित्त वर्ष के लक्ष्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे ने इसी साल अपने यात्री आरक्षण प्रणाली की क्षमता दस गुना बढ़ाने की भी योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि हम यात्री आरक्षण प्रणाली के बैक-एंड इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने की योजना बना रहे हैं।
वर्तमान में टिकटिंग की क्षमता लगभग 25,000 टिकट प्रति मिनट है। इसे 2.25 लाख प्रति मिनट तक अपग्रेड करने का लक्ष्य है। उन्होंने आगे कहा कि पूछताछ काउंटर की क्षमता को भी 40,000 प्रति मिनट से बढ़ाकर चार लाख प्रति मिनट कर दिया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “सिस्टम में 25 हजार के आसपास टिकटिंग की कैपेसिटी है, उसको 2,25,000 टिकट्स प्रति मिनट की कैपेसिटी पर लेकर जाना है।”
नई रेल पटरियां बिछाने का लक्ष्य
रेलवे ने यह कार्ययोजना बनाई है कि प्रतिवर्ष 7000 किलोमीटर नई रेल लाइन, आमान परिवर्तन व दोहरीकरण का कार्य किया किया जायेगा। दरअसल, वित्तीय वर्ष 2022-23 में न्यू लाइन, डबलिंग में और गेज कन्वर्जन के लिए नई पटरियां बिछाने में 4500 किलोमीटर का टारगेट रेलवे द्वारा निर्धारित किया गया था जिसे हासिल कर लिया गया है। 2014 से पहले यह 4 किमी प्रतिदिन हुआ करता था। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे दुनिया की पहली ऐसी रेल सेवा होने वाली है जिसका ट्रेन कंट्रोल सिस्टम एवं सुरक्षा तंत्र कवच आधुनिक 5जी संचार तकनीक पर आधारित होगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में आएगी तेजी
बजट में शामिल प्रावधानों के अनुसार इस वर्ष इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में और तेजी आएगी। इसके लिए रेलवे लाइनों के दोनों ओर बसे गांवों व शहरों को जोड़ने के लिए इस वर्ष 1000 फ्लाईओवर-फुट ओवर ब्रिज-सब-वे का निर्माण किया जाएगा और उन्हें इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि इनमें बारिश के दिनों में पानी नहीं भरें। इसके अतिरिक्त फ्लाईओवर के साथ फुटओवर ब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा जिससे आमजन को लम्बा चक्कर नहीं लगाना पडे।
स्टेशनों के विकास के लिए रेलवे ने देशभर में 1275 स्टेशनों को विकसित करने की कार्ययोजना बनाई है, जिसमें से 48 स्टेशनों पर पुनर्विकास का कार्य प्रारम्भ हो गया है। इन स्टेशनों की डिजाइन विरासत और विकास को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इसके साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक स्टेशन-एक उत्पाद और कम दूरी के लिये वन्दे मेट्रो ट्रेनों तथा हाइड्रोजन ट्रेन के बारे में भी जानकारी प्रदान की।
पीएम मोदी के विजन पर आगे बढ़ रहा रेलवे
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम मोदी ने इस वर्ष रेलवे को अब तक का सबसे अधिक रिकॉर्ड 2.40 लाख करोड़ रुपए का आबंटन किया है। उन्होंने कहा कि इससे रेलवे की अवसंरचना के विकास में बहुत तेजी आएगी। उन्होंने आगे बताया कि पीएम मोदी ने एक बहुत अच्छा कॉन्सेप्ट दिया है कि हम स्टेशन पर जन सुविधा के लिए कोई ऐसी फैसिलिटी क्रिएट करें जिसमें डे टू डे की चीजें उपलब्ध हों।
उन्होंने इस संबंध में घोषणा की कि देश भर के 2,000 रेलवे स्टेशनों पर ‘जन सुविधा’ स्टोर बनाए जाएंगे जो 24 घंटे खुले रहेंगे। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के अंतर्गत अब तक 550 स्टेशन्स पर 594 स्टॉल लग चुके हैं। इस साल इस नंबर को 750 स्टेशन तक लेकर जाना है।