जानकारी के लिए बता दे कि जनवरी माह में सीआईए धारुहेड़ा पुलिस ने पेट्रोलियम पाइपलाइन से तेल चोरी करने वाले अंतर्राजीय गिरोह का पर्दाफ़ाश करते हुए कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से कुल दो बड़े और दो छोटे टैंकर सहित 7 गाड़ियाँ, 1 पंप मशीन व 1 मोटर बरामद किए थे। पुलिस ने जनवरी माह में सोनीपत जिले के गाँव चटिया देवा निवासी रवि कुमार उर्फ कर्ण, सोनीपत जिले के सलीमपुर निवासी हरीश उर्फ मिस्त्री व अनिल उर्फ सोनू, सोनीपत के विकास नगर निवासी रवीन्द्र उर्फ बल्लु उर्फ चिरकुट, दिल्ली के लाडपुर कंझावला निवासी विजय उर्फ अजय उर्फ भोला, सोनिपत जिले के गाँव नाहरा निवासी बिन्द्र, यूपी के मुजफ्फर नगर जिले के मुकंदपुर निवासी सूरज व सन्नी, यूपी के बागपत जिले गाँव भगोठ निवासी मनीष उर्फ सुंड को गिरफ्तार किया था।
2021 दर्ज हुआ था मामला
जांचकर्ता ने बताया कि दिनांक 25 दिसम्बर 2021 को थाना रामपुरा में भी पेट्रोलियम तेल पाईपलाईन से तेल चोरी का मामला दर्ज हुआ था। जिस पर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने स्वयं संज्ञान लेते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमे गठित की गई थी। जिन पर कार्रवाई करते हुए सीआईए धारुहेड़ा पुलिस की टीम ने साईबर सेल की मदद से पेट्रोलियम तेल पाईप लाईन से तेल चोरी करने वाले अंतर्राजीय गिरोह का पर्दाफ़ाश करते हुए कुल 9 आरोपियों को दबिश देकर गिरफ्तार किया है।
दिनांक 23 मार्च 2021 व दिनांक 10 अप्रैल 2021 को भी थाना बावल क्षेत्र मे हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कोरपरेशन लिमिटटेड(HPCL) की बिछी तेल की पाईप लाइन को क्षतिग्रस्त करके तेल चोरी के मामले दर्ज किए थे। इससे पूर्व पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 7 गाड़ियाँ भी बरामद की है। जिसमे 2 बड़े टेंकर जिसमे एक मे कुल 22 हजार लीटर लगभग 21 लाख रुपये का पेट्रोल भरा हुआ था तथा एक टेंकर खाली था। इसके अलावा दो टाटा 409 केंटर जिनमे कुछ प्लास्टिक व लोहे के ड्रम रखे हुए थे जिनमे कुछ पेट्रोलियम पदार्थ के भरे हुए थे। एक केंटर में 12 प्लास्टिक की केन बरामद जिनमे कुछ खाली व कुछ भरी हुई थी।
इसके अलावा दो छोटे खाली टैंकर जिसमें एक टाटा 407 व एक जायलो टैंकर शामिल थे। इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से पानी उठाने वाली एक मोटर व एक तेल बदलने वाली पंप मशीन भी बरामद हुई थी। जांच के दौरान सामने आया कि उक्त आरोपी रेवाड़ी जिले के अलावा सोनीपत, पानीपत, बहादुरगढ़, रोहतक के सांपला व दिल्ली मे भी पेट्रोलियम तेल पाईप लाइन से तेल चोरी की वारदातों मे शामिल थे।
आरोपी हरीश वाल्व लगाने के लेता था 50000/- रुपए
यह गिरोह 2-3 दिन पहले वारदात करने की जगह पर रेकी करते थे तथा निश्चित होने के बाद ये आरोपी हरीश को बुलाते हैं जो कि वेल्डिंग का काम करता है तथा पाइप लाइन में सुराख करने तथा वाल्व लगाने में एक्सपर्ट है। आरोपी हरीश पाइपलाइन में सुराख करके उसमे वाल्व लगा कर मिट्टी से भरे कट्टों से दबा देता था तथा अगले दिन पुरी टीम आकर पाइपलाइन में लगे हुए वाल्व से टैंकर में तेल भरते थे। आरोपी हरीश प्रत्येक पाइपलाइन में सुराख करके वाल्व लगाने के 50000/- रुपए लेता था। आरोपी हरीश 2017 से तेल चोरी का काम कर रहा था।
जांच के दौरान सूचना मिली कि तेल चोरी के दो आरोपी दिल्ली नांगलोई की अमर कालोनी निवासी दिनेश राठी व जिला झज्जर के गांव आसौदा निवासी नरेंद्र उर्फ अन्ना तेल चोरी के किसी अन्य मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। दोनों आरोपियों को रोहतक पुलिस ने कुछ समय पहले तेल चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया।
दिनेश राठी है मुख्य आरोपी:
जांचकर्ता ने बताया कि दिनेश राठी मुख्य आरोपी है। दिनेश राठी ने अपने दोस्त सोनीपत के गांव मुकंदपुर निवासी सुनील उर्फ बांडा के साथ मिल कर गिरोह बनाया था। आरोपी दिनेश पाइप लाइन की रेकी करने के साथ-साथ तेल चोरी में प्रयोग होने उपकरण उपलब्ध कराता था। तेल चोरी के लिए प्रयोग होने वाले वाहनों का प्रबंध सुनील उर्फ बांडा करता था।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को 26 जून को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत से रिमांड पर लिया था। पूछताछ में आरोपी नरेंद्र उर्फ अन्ना ने बताया कि उसके गांव में एचपीसीएल का डिपो है। डिपो से निकलने वाली गाड़ियों के चालकों से मिलीभगत कर वह चोरी का तेल खरीदता था और वाहन चालकों को पेट्रोल पंप से कम रेट पर बेच देता था। उसे प्रति लीटर दो से पांच रुपये बचते थे। इसके बाद उन्होंने डिपो के सामने स्थित एक ढाबा किराए पर ले लिया और उसके पीछे टैंकरों से तेल चोरी कर बेचने लगा।