Home स्वास्थ्य रेवाड़ी जिले में स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित किए गए ओआरएस काउंटर

रेवाड़ी जिले में स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित किए गए ओआरएस काउंटर

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जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण चेयरमैन एवं डीसी यशेन्द्र सिंह ने वीसी के माध्यम से बताया कि रेवाड़ी जिला में गर्मी से बचाव के लिए जागरूक करने हेतु कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और लोगों को 01274-225145 के माध्यम से जागरूक करने की प्रकिय्रा अमल में लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि जलापूर्ति, प्राथमिक चिकित्सा और पानी की व्यवस्था तथा लोगों को गूर्म हवाओं के संदर्भ में एडवाइजरी जारी करने का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिकों को गर्मी के जोखिम से बचाने के लिए दिशा-निर्देश और कार्य स्थल पर प्राथमिक चिकित्सा, पीने के पानी और ठंडा करने की जगह का प्रावधान करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यदि किसी नागरिक को कोई गर्मी से कोई परेशानी होती है तो इसके लिए जिला में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओआरएस काउंटर स्थापित कर लोगों को गर्मी से राहत के लिए ओआरएस वितरण का कार्य किया जा रहा है।
 

उन्होंने बताया कि शहर में नगर परिषद द्वारा शेल्टर होम भी स्थापित किए गए हैं जिसमें नागरिक गर्मी के समय में दिन में आराम कर सकता है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ व पक्षियों के लिए पेड़ों व पार्क में बर्तनों में पानी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर गर्म हवाएं व लू से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला में सभी जल घरों में पानी भरा गया है तथा नहरों व तालाबों को भी पानी से भराव का कार्य किया जा रहा है ताकि किसी को परेशानी न हो।  
 

रेवाड़ी डीसी

डीसी ने आमजन को जागरूक करते हुए बताया कि दिनों दिन तापमान बढ़ रहा है। इससे गर्मियों में होने वाली परेशानियों का खतरा भी बढ़ गया है। गर्मियों में इन परेशानियों के साथ लोगों को डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन, हीट स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है। इससे बचाव को लेकर विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि गर्म हवाएं व लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर जारी की गई एडवाइजरी में जिलावासी अपने दैनिक कार्यक्रमों की सूची बनाने से पूर्व रेडियो, टीवी या अखबार के माध्यम से अपने स्थानीय मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें ताकि घर से बाहर निकलते समय गर्म हवाओं व लू के प्रकोप से बचा जा सके।

 उन्होंने कहा कि सभी जिलावासी पर्याप्त मात्रा में जितनी बार संभव हो पानी पीएं भले ही उन्हें प्यास न लगी हो। इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकलें तो हल्के रंगों के ढीले फिटिंग के तथा सूती कपड़े पहने व इसके साथ सुरक्षात्मक चश्में, छाता, पगडी, दुपट्टा, टोपी, जूते या चप्पलों का उपयोग करें। यात्रा के समय अपने साथ पानी अवश्य रखें।
 

 डीसी ने इस दौरान जिला के सभी औद्योगिक संस्थानों से अपील करते हुए कहा कि सभी संस्थान अपने कार्यक्षेत्र पर ठंडा पेयजल उपलब्ध करवाएं। इसके साथ ही प्रयास करें कि श्रमिकों को प्रत्यक्ष सूर्य के समक्ष होने वाले कार्यों से बचाया जाए। मौसम में हो रहे बदलावों को ध्यान में रखते हुए श्रमयुक्त कार्यों को दिन के ठंडे समय के दौरान करें व बाहरी गतिविधियों के दौरान आराम के समय में भी बढ़ोतरी करने के प्रयास करें।