हिमाचल प्रदेश के साथ रोडवेज बसों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए रेवाड़ी डिपो की तरफ से वाया बिलासपुर होते हुए मंडी और बैजनाथ के लिए बसों का संचालन किया जाएगा। इसके लिए मुख्यालय की तरफ से रेवाड़ी डिपो सहित सभी डिपो से हिमाचल के शहरों को जोड़ने वाली बसों के संचालन के परमिट लिए जाने के संबंध में जानकारी मंगाई है। फिलहाल रेवाड़ी से हिमाचल के इन दो नए रूटों पर बसों का संचालन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। ऐसे में शहर से हिमाचल जाने वाले यात्रियों को और अधिक सहुलियत मिलेगी।
परिवहन विभाग के बीच हुए समझौते के बाद हिमाचल प्रदेश में संचालित की जाने वाली बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जानी है। फिलहाल चार-पांच डिपो को छोड़कर अधिकतर की तरफ से हिमाचल के लिए बसों का संचालन नहीं किया हुआ है। ऐसे में हिमाचल से हुए समझौता के तहत तय किलोमीटर के अनुसार बसों का संचालन किए जाने को देखते हुए प्रबंधन ने अब सभी डिपो से इस बारे में जानकारी मांगी है।
जिसमें फिलहाल संचालित रूट के साथ नए रूट के बारे में भी तुरंत प्रभाव से जानकारी दिए जाने का निर्देश दिया है। ऐसे में रेवाड़ी डिपो की तरफ से फिलहाल हिमाचल प्रदेश के एकमात्र रूट शिमला के लिए बस का संचालन किया जा रहा है। अब मुख्यालय की तरफ से सभी डिपो से मंगाई गई जानकारी के पश्चात दो नए रूट के लिए प्रस्ताव भिजवाया है।
इसमें पहला रूट पंजाब से होते हुए वाया बिलासपुर मंडी तक का है। परमिट मिलने की स्थिति में मंडी के लिए नई बस का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा दूसरा परमिट बैजनाथ के लिए मांगा गया है। हालांकि बैजनाथ के लिए पहले बस का संचालन होता था लेकिन दो साल पहले लॉकडाउन के बाद इसका संचालन बंद हो गया था। अब बैजनाथ रूट के लिए भी परमिट की मांग की गई है।
रेवाड़ी जिला बड़ा औद्योगिक क्षेत्र हैं जिसके कारण यहां पर हिमाचल के साथ इसके साथ उत्तराखंड के लोग भी बड़ी संख्या में रहते हैं। हिमाचल प्रदेश के लिए शहर से होती हुई कोई ट्रेन नहीं है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब के लिए भी केवल तीन ही ट्रेन में जिसमें अजमेर-जम्मूतवी, अजमेर-अमृतसर और अहमदाबाद-कटरा है।
हिमाचल प्रदेश के लिए बसों के संचालन के संबंध में मुख्यालय की तरफ से परमिट लिए जाने संबंधी प्रस्ताव मंगाए थे। हमारे यहां से फिलहाल शिमला के लिए बस चल रही है। इसके अलावा बिलासपुर होते हुए मंडी और बैजनाथ के लिए दो रूट के लिए हमने सहमति दे दी है। मुख्यालय की तरफ से अब आगामी कार्रवाई होगी और परमिट मिलते ही बसों का संचालन किया जाएगा।
अशोक कौशिक, जीएम रेवाड़ी डिपो।