देश में कोरोना का नया वेरिएंट Omicron मूल वायरस के मुकाबले तीन गुना रफ्तार से फैल रहा है। भारत में नए वैरिएंट से संक्रमण का पहला मामला 2 दिसंबर को मिला था, लेकिन महज 19 दिन में ही इसकी चपेट में आने वालों की संख्या 200 हो गई। इसके विपरीत मूल कोरोना वायरस से संक्रमण के 200 मामले मिलने में 60 दिन लगे थे। इस लिहाज से ओमिक्रॉन के फैलने की दर मूल वायरस के मुकाबले 318 फीसदी है। ओमिक्रॉन(Omicron)का सबसे पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था, इसके बाद से यह लगभग 100 देशों में फैल चुका है। यही वजह है कि भारत में इसके तेज प्रसार को देखते हुए तरह-तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं।
आईआईटी कानपुर(IIT Kanpur) के रिसर्चरों ने अपनी नई स्टडी में यह अनुमान बताया है कि 3 फरवरी को कोरोना केस पीक पर होंगे। आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के शोधकर्ताओं की एक टीम के नेतृत्व में अभी तक के मामलों की समीक्षा की गई है। अध्ययन में महामारी की पहली दो लहरों के डेटा का इस्तेमाल करके तीसरी लहर का पूर्वानुमान लगाया गया है। शोधकर्ताओं की रिपोर्ट कहती है, ‘दुनिया भर के ट्रेंड को देखते हुए यह प्रोजेक्ट रिपोर्ट भारत में दिसंबर मध्य से तीसरी लहर का पूर्वानुमान करती है जो कि फरवरी की शुरुआत में पीक पर होगी।’रिसर्चरों की टीम ने गॉजियन मिक्सचर मॉडल नाम के एक स्टेटिस्टिकल टूल का इस्तेमाल किया है।
ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले
देश के 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन (Omicron)फैल चुका है। अब तक इससे 236 लोग संक्रमित हुए हैं, जिसमें से 106 लोग ठीक हो चुके हैं। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 65 मामले मिले हैं, जबकि ओमिक्रॉन(Omicron) के 64 केस के साथ दिल्ली दूसरे नंबर पर है। तेलंगाना में 24, कर्नाटक में 19, राजस्थान में 21 और केरल में 15 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
SOURCE :NBT news